पटना. बीपीएससी अपने लंबित परीक्षाओं का आयोजन अप्रैल माह से शुरू करेगा. पिछले दिनों कोरोना की तीसरी लहर के कारण कई परीक्षाओं का आयोजन स्थगित करना पड़ा. इसमें 67 वीं बीपीएससी पीटी और सीडीपीओ पीटी जैसी परीक्षाएं भी शामिल थीं. अब बीपीएससी सीडीपीओ पीटी, जो फरवरी माह में आयोजित होने वाली थी, अप्रैल माह में ली जायेगी. जबकि 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा मई माह में आयोजित होने की संभावना है.
सूत्रों की मानें तो इसकी वजह इस परीक्षा में 6 लाख दो हजार आवेदकों का शामिल होना है. इतनी बड़ी संख्या में आवेदकों को शामिल करने के लिए बीपीएससी को बड़ी संख्या में परीक्षा केंद्रों की जरूरत पड़ेगी. बीते वर्षों की संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा से तुलना करें तो परीक्षा केंद्रों की संख्या दोगुनी से भी अधिक होने की संभावना है, क्योंकि 65वीं और 66वीं जैसी पिछली परीक्षाओं की तुलना में इसमें दो लाख अधिक आवेदन आये हैं.
कोरोना को देखते हुए दो अभ्यर्थियों को बिठाने के बीच में भी पहले की तुलना में अधिक गैप देना पड़ेगा. सीडीपीओ परीक्षा में लगभग एक लाख 60 हजार अभ्यर्थी ही शामिल हो रहे हैं. इसलिए इसमें 67वी परीक्षा की तुलना में लगभग चौथाई केंद्रों की जरूरत पड़ेगी. इसलिए बीपीएससी स्थिति के सामान्य होने पर सीडीपीओ की परीक्षा को 67वीं बीपीएससी पीटी से पहले आयोजित करेगा.
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कोरोना की तीसरी लहर के कारण ही 31वीं न्यायिक सेवा मुख्य परीक्षा का रिजल्ट निकालने की प्रक्रिया धीमी पड़ गयी है. अब यह इस माह नहीं निकल पायेगी और अगले माह के पहले सप्ताह में इसके आने की संभावना है. ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की नियुक्ति के लिए ली जाने वाली इस परीक्षा में लगभग चार हजार परीक्षार्थी शामिल हुए हैं.