रियलिटी शो हुनरबाज देश की शान में कॉमेडियन भारती सिंह बतौर होस्ट शो में नज़र आ रही हैं. भारती इनदिनों प्रेग्नेंट हैं. वे बताती हैं कि अपने काम की वजह से वह अपनी प्रेग्नेंसी को बहुत ज़्यादा एन्जॉय कर रही हैं. हर हुनर को सलाम करते हुए इस शो और उनकी प्रेग्नेंसी पर उर्मिला कोरी से हुई खास बातचीत
यह रियलिटी शो हुनर की बात करता है आपको अपने हुनर का कब एहसास हुआ?
स्कूल में क्या होता है कि जब कोई बच्चा हंसाता है तो पूरी क्लास सुनती है. मुझे सारे बच्चे बोलते ये करके दिखाओ कोई बोलता वो करके दिखाओ. वो सिलसिला कॉलेज तक चलता रहा. कॉलेज में थिएटर जॉइन किया लेकिन उस वक़्त भी मालूम नहीं था कि स्टैंड अप कॉमेडी क्या होती है. जो मेरे गुरु थे कपिल शर्मा,सुदेश लाहिरी,राजीव ठाकुर वे लाफ्टर चैलेंज में होकर आए उन्होंने मुझे कहा कि तू भी जा. मैंने कहा मुझे स्टैंडअप कॉमेडी नहीं आती है. उन्होंने कहा कि जो तू इतने सालों से करती आ रही है. वही स्टैंड अप कॉमेडी है फिर 2008 से सिलसिला चल निकला लेकिन बीते तीन से चार सालों से मुझमें यह आत्मविश्वास आया कि मुझमें कोई हुनर है.
होस्ट के तौर आपके साथ आपके पति हर्ष भी आपके साथ शो में आपको एक दूसरे की कौन सी बात सबसे अच्छी लगती है?
(हंसते हुए) -बिंदास होकर हम एक दूसरे को कुछ भी बोलते हैं. वो मुझे मोटी कहता है तो मुझे सुखडा कहती हूं. आमतौर पर आप किसी भी और होस्ट को ऐसी दस बात कहेंगे तो उसमें एक तो बुरा लगना ही है. हमारे साथ ऐसा नहीं होता है. जो हमारी जोड़ी को खास बनाता है.
हर्ष लेखक है और भारती आप कलाकार ऐसे में होस्टिंग के दौरान एक दूसरे को किस तरह गाइड करते हैं?
हर्ष ने कई एंकर स्क्रिप्ट लिखी है. मैंने देखा है कि वो समझाता था कि इस शब्द पर आपको ठहराव लाना ज़रूरी है. यहां रुकना ज़रूरी है तो कॉमेडी प्रभावी बनकर सामने आएगी. उसके साथ आने से एंकरिंग और मजेदार हो गयी है.
पति पत्नी में झगड़े और नोंक झोंक आम है ऐसे में क्या शूटिंग भी कभी प्रभावित होती है?
हमदोनों अकेले ही घर में रहते हैं तो तीसरा कोई नहीं है हमारी सुलह करवाने वाला इसलिए हम लड़ते ही नहीं है. मुझे तो याद भी नहीं कि हम पिछली बार कब एकदूसरे से झगड़े थे. हम एक साथ काम करते हैं तो इसका मतलब ये नहीं कि हम घर पर ही अक्सर यही बात करते हैं. घर पर मैं बेडरूम में होती हूं हर्ष ज़्यादातर अपने स्टडी रूम में. आप हमारे घर में आओगे तो आपको लगेगा जैसे पेइंग गेस्ट साथ में रह रहे हैं. ज़िन्दगी मज़े से कट रही है. वह आपको हमारे शो में भी दिखेगा. हमारे चेहरे पर कोई परेशानी नहीं दिखेगी.
आजकल के रियलिटी शोज में प्रतियोगियों के संघर्ष को बहुत महत्व दिया जाता है इसको कितना जरूरी मानती हैं?
टीआरपी से ज़्यादा मोटिवेशन के लिए ये ज़रूरी होता है. 125 करोड़ की आबादी में लाखों लोग हर दिन असफल होते हैं. ऐसे शोज के ज़रिए लोगों को मोटिवेशन मिलता है कि जब ये कर सकता है हम क्यों नहीं. इसके साथ ही हमारे आंसू नकली नहीं असली होते हैं. सेलिब्रिटी जो एक दिन का लाखों कमाते हैं वो जब देखते हैं कि एक इंसान पूरे दिन काम करके सिर्फ 20 रुपये ही कमा पाता है तो उसके आंसू निकल ही जाते हैं. वो जानते हैं कि ये गलत हो रहा है.
हुनरबाज शो देखकर आपको अपना संघर्ष याद आता है?
मेरे वक़्त में ऐसे शो नहीं थे. हम सभी कॉमेडियन के लिए एक ही शो था. अगर हमारे वक़्त भी ऐसा प्लेटफार्म मिलता तो अकेले साइन करने का मुझे भी मौका मिलता था. इस बात को कहने के साथ मैं ये भी कहूंगी कि महिला कॉमेडियन बहुत कम लोग बनना चाहती हैं. ये देखकर बुरा लगता है. सभी को मॉडल बनना है जबकि हँसाना बहुत बड़ी बात होती है.
आप प्रेग्नेंट हैं कोरोना के इस दौर में खुद का ख्याल कैसे रखती हैं?
हर्ष ही नहीं पूरी शूटिंग यूनिट मेरा ख्याल रखती है. भारती खाना खाया तो कोई कहता है भारती पानी पियो. भारती पपीता मत खाओ. चैनल वाले भी बहुत खयाल रखते हैं. भारती को हिल्स नहीं फ्लैट सैंडल दो. सेट पर ऐसा लगता है कि मायका ससुराल एक हुआ है और मेरा ख्याल रख रहा है. घर में सिर्फ एक हाउस हेल्पर है तो वो कितना ही ख्याल रख लेगी. शूटिंग पर बहुत स्पेशल महसूस करती हूं. ऐसा लगता है कि हर साल प्रेग्नेंट होऊं.
आप काम से कब और कितना ब्रेक लेंगी?
अप्रैल महीने में मेरी डिलीवरी का समय है. उसके बाद डेढ़ दो महीने का ब्रेक लूंगी. उससे ज़्यादा नहीं क्योंकि मुझे काम करने की बहुत बुरी आदत है. मैं काम के बिना रह ही नहीं पाऊंगी तो लौट आऊंगी.
आपने हाल ही में बताया है कि आपको लड़की चाहिए कोई खास वजह?
ये हर्ष और मेरी हम दोनों की सोच हैं कि लड़की होने से पूरा घर का माहौल बदल जाता है. लड़कियां नए तरीके से बेहतर जीवन को बनाती है. लड़के को आप ये खोतया करके बोल सकते हैं. लड़की से आप बहुत प्यार और सलीके से पालते हैं.
हर्ष से क्या चीज़ की सबसे ज़्यादा इनदिनों आपकी डिमांड होती है?
निश्चित तौर पर खाने की. मोमोज उससे मंगवाती है. जब तक वो मोमोज लेकर आता है तब तक मन कुछ और खाने का हो जाता है तो फिर उसे वो लाने को कहती हूं.