जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) और लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सशस्त्र बलों के लिए साल 2021 ऐतिहासिक रहा है. इस संबंध में लेफ्टिनेंट जनरल वाई.के.जोशी, जीओसी-इन-चीफ, उत्तरी कमान ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की तरह पिछला वर्ष भी उत्तरी कमान के लिए एक उल्लेखनीय वर्ष था जिसमें हमारे वीरों ने सभी चुनौती का सामना किया और दुश्मन के इरादों को नाकाम किया. लेफ्टिनेंट जनरल जम्मू-कश्मीर में आयोजित अलंकरण समारोह में बोल रहे थे.
वाई के जोशी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद संबंधित घटनाओं और पथराव की गतिविधियों में कमी आई है. जम्मू-कश्मीर में उत्तरी कमान के मुख्यालय में जोशी ने कहा, ‘सुरक्षा बलों और जम्मू-कश्मीर के लोगों के प्रयास के चलते आतंकवादी संबंधित घटनाओं, पथराव गतिविधियों और विरोध प्रदर्शनों में कमी आई है.
समारोह में उन्होंने 40 यूनिट्स को जीओसी-इन-सी की प्रशस्ति और 26 इकाइयों को जीओसी-इन-सी का प्रशस्ति प्रमाण-पत्र दिया. ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन रक्षक, ऑपरेशन नॉर्दर्न बॉर्डर्स और कमान में अन्य अभियानों में इकाइयों के प्रदर्शन के लिए जीओसी-इन-सी का प्रशस्ति पत्र दिया गया.
इसके अलावा ऑपरेशन ‘स्नो लेपर्ड’ में यूनिट्स के प्रदर्शन के लिए जीओसी-इन-सी के प्रशस्ति प्रमाण-पत्र दिए गए. यह अभियान चीन द्वारा पूर्वी लद्दाख में वापस जाने और यथास्थिति बहाल करने से इनकार करने के बाद शुरू किया गया था