सारण जिले में शुक्रवार को और तीन लोगों की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी. इसके साथ ही छपरा सदर और मढ़ौरा अनुमंडल के मढ़ौरा, मकेर व अमनौर प्रखंडों में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी चली गयी है. प्रशासन चौथे दिन भी मौत के सही कारणों को नहीं बता पा रहा है. हालांकि, प्रशासन ने पहले मौत का कारण ठंड लगाना बताया था, लेकिन मृतकों के कुछ परिजनों और अन्य लोगों ने शराब पीने की बात बतायी.
मृतकों के परिजनों ने शराब से मौत का दावा किया तो डीएम राजेश मीणा तथा एसपी संतोष कुमार ने संयुक्त रूप से मकेर और अमनौर प्रखंड के जगदीशपुर जनता बाजार सहित अन्य प्रभावित गांवों में पूछताछ के बाद शराब से मौत को भी एक पक्ष मानते हुए इस पहलू पर भी जांच शुरू कर दी है.
इस मामले में मकेर के थानाध्यक्ष राजेश्वर प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है. वहीं, शराब के धंधेबाजों से सांठ-गांठ करने के आरोप में चौकीदार गणेश मांझी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. अमनौर थाना प्रभारी सुजीत कुमार चौधरी ने इस मामले में मकेर थाने में चार नामजद तथा अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी है.
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अब तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें मकेर के तारा अमनौर के बनई सिंह, कैतुका नंदन के बृजबिहारी राय, नौकरा के भरत राय, अमनौर के वीरेंद्र ठाकुर, संपत महतो, परमानंद छपरा नोनिया टोली के कृष्णा महतो, अमनौर के नरसिंभानपुर के रामानंद राय, मो इशा, सुतिहार बीन टोली के सुखल महतो, सुतिहार नवादा के धनेश्वर राय, मकेर के जगदीशपुर के सूरज बैठा, मढ़ौरा के कर्णपुरा के जवाहर महतो, राजेश शर्मा, जमालपुर के मुन्ना सिंह, भुलन मांझी शामिल हैं.
वहीं, मकेर प्रखंड के तारा अमनौर के अंजय कुमार के आंख की रोशनी चली गयी है. इस मामले में पुलिस अधीक्षक की ओर से अनुमंडल स्तर के पुलिस पदाधिकारियों की गठित टीम ने तीन दिनों में लगभग पांच सौ लीटर अवैध शराब जब्त की है. वहीं, अवैध शराब निर्माण के एक प्लांट को ध्वस्त किया गया है.
Posted By: Thakur Shaktilochan