Lucknow News: चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी (SP/सपा) को भविष्य में सावधान रहने और पाबंदियों का सख्ती से पालन करने के लिए सलाह देते हुए एक बड़ी राहत दी है. दरअसल, योगी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की पार्टी में सदस्यता दिलाने वाले कार्यक्रम में उमड़ी भारी भीड़ के चलते सपा पर चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगा दिया था. इसी मामले से आज चुनाव आयोग ने सपा को राहत दे दी है.
बता दें कि 14 जनवरी को लखनऊ में सपा ने सदस्यता ग्रहण समारोह का आयोजन किया था. समारोह में स्वामी प्रसाद मौर्य और भाजपा के अन्य बागी विधायकों ने सपा की सदस्यता ग्रहण की थी. कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ी थी. वहरं, चुनाव आयोग ने कोरोना के बढ़ते प्रकोप की वजह से चुनावी रैलियों और जनसभाओं पर पूरी तरह से रोक लगा रखी थी. सदस्यता ग्रहण समारोह में उमड़ी भीड़ की वजह से कोरोना गाइडलाइन और निर्वाचन आयोग के निर्देशों का उल्लंघन हुआ था. निर्वाचन आयोग ने नोटिस जारी कर सपा से जवाब भी मांगा था. हालांकि, पार्टी की ओर से यही कहा जा रहा था कि उन्होंने किसी को नहीं बुलाया था. कार्यक्रम में जो भी आया था वह अपनी मर्जी से आया था.
वहीं, सपा कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित सदस्यता ग्रहण समारोह में कोविड प्रोटोकॉल और धारा 144 के उल्लंघन का मामला गौतमपल्ली थाने में दर्ज किया गया था. भाजपा छोड़कर सपा में गए कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या, धर्म सिंह व अन्य नेताओं के सदस्यता ग्रहण समारोह के लिए अनुमति नहीं ली गई थी.
इसमें एक पुलिस अधिकारी को भी लाइन हाजिर कर दिया गया था. इसके बाद से सपा कार्यालय के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया था. इसे लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी आयोग से अपना विरोध दर्ज कराते रहते थे. इसी मामले में चुनाव आयोग ने सपा को बड़ी राहत देते हुए भविष्य में ऐसी कोई गलती न करने की नसीहत देते हुए अपनी नोटिस वापिस ले ली है.