Jharkhand news: गुमला शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्य कर्मचारियों को पिछले 5 महीने से मानदेय नहीं मिला है. जिससे सहियाओं और बीटीटी के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गयी है. सहियाओं ने स्वास्थ्य विभाग को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर 26 जनवरी से पहले बकाया मानदेय का भुगतान नहीं होता है, तो 27 जनवरी से सभी शहरी स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर चले जायेंगे.
बता दें कि शहरी क्षेत्र के स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर जाते हैं, तो शहरी क्षेत्र में कोरोना जांच, टीकाकरण, बूस्टर डोज सहित स्वास्थ्य विभाग के कई काम प्रभावित होंगे क्योंकि शहरी क्षेत्र में सहियाओं व बीटीटी के कार्यो के कारण ही कोरोना संक्रमण से लड़ने में मदद मिल रही है. अगर ये लोग हड़ताल में जाते हैं, तो शहरी स्वास्थ्य व्यवस्था पर व्यापक असर पड़ेगा.
इस संबंध में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने मानदेय भुगतान के लिए सिविल सर्जन डॉ राजू कच्छप को ज्ञापन सौंपा. जिसमें कहा गया है कि पांच माह का मानदेय भुगतान नहीं होने के कारण हम सभी कर्मचरियों की आर्थिक व मानसिक स्थिति प्रभावित हो रही है. हमलोगों ने अपने दायित्वों को मूलभूत तरीके से निष्पादन करते आ रहे हैं.
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चाहे शहरी सहिया या बीटीटी, एएनएम, जीएनएम, एलटी, पीएचएम हो या सफाईकर्मी. महामारी कोविड में भी हम सभी स्वास्थ्य कार्यो को ईमानदारी पूर्वक कार्य करते आ रहे हैं. उन्होंने मानदेय भुगतान की मांग किया. जिससे स्वास्थ्य कर्मचारियों के घर का जीविका सुचारू ढंग से चालू हो सके.
ज्ञापन सौंपने वालों में लुसी बेक, अंजना साहू, रोहित साहू, तेरेसा लकड़ा, रेणु कुमारी, सय्यदा सातून, पिंकी कुमारी, नूरी अफसा, शिखा कुमारी, अल्पना मिंज, अनुपा बाड़ा, जसिंता देवी, जानकी तिर्की, संध्या कुमारी, सोनी देवी, मीना कुमारी, संतोषी देवी, हेमंती साहू, सबीना खातून, संगीता देवी, संगीता मिंज, सबिता कुमारी, सुषमा देवी, सुनीता देवी, रश्मि कुमारी, विनीता तिर्की, सुसाना लकड़ा समेत अन्य मौजूद थी.
Posted By: Samir Ranjan.