भारत में बीते कुछ दिनों से कोरोना के दैनिक मामले दो लाख को पार आ रहे हैं. रविवार सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 2,71,202 नए मामले आए हैं जबकि 1,38,331 मरीजों की रिकवरी हुई है. वहीं कोरोना संक्रमण से 314 लोगों की और मौत हो गई है. आपको बता दें कि एक सप्ताह से यह लगातार एक लाख से अधिक है. इसके पीछे कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को प्रमुख कारण माना जा रहा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों पर नजर डालें तो, संक्रमण की ताजा संख्या सोमवार को लगभग 1.8 लाख से बढ़कर शनिवार को लगभग 2.7 लाख हो चुकी थी. दिल्ली और मुंबई भारत के दो ऐसे शहर हैं, जहां कोरोना के सबसे अधिक मरीज देखने को मिल रहे हैं. दोनों शहरों ने अपने कोविड ग्राफ को पूरी तरह से बदल दिया है. हालांकि अब मामलों में गिरावट भी दर्ज की जा रही है. इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि कोरोना का पीक शायद आ चुका है. यहां चर्चा कर दें कि शनिवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने भी इसकी पुष्टि की थी.
इधर पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में जारी कोविड-19 प्रतिबंधों को शनिवार को 31 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया. साथ ही सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करते हुए बेहद सीमित तरीके से खुले मैदानों में मेलों के आयोजन की अनुमति दे दी है. राज्य सरकार ने विवाह समारोहों की भी इजाजत दी है. इसके तहत अधिकतम 200 मेहमानों या विवाह स्थल की क्षमता के 50 प्रतिशत, जो भी कम हो, के साथ विवाह समारोह आयोजित किए जा सकेंगे. मुख्य सचिव एच के द्विवेदी द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि प्रतिबंध और छूट के उपाय और परामर्श 31/01/2022 तक बढ़ा दिए गए हैं. एक बार में अधिकतम 200 लोगों या हॉल/स्थल की 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता जो भी कम हो, के साथ विवाह संबंधी समारोह होंगे. कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बेहद सीमित तरीके से खुले स्थानों में मेला की अनुमति दी जा सकती है.
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झारखंड में 31 जनवरी तक सेमी लॉकडाउन जारी रहेगा. पहले यह 15 जनवरी तक लागू था. वर्तमान स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने इसे बढ़ाकर 31 जनवरी तक कर दिया है. पूर्व में 15 जनवरी तक जारी पाबंदियां 31 जनवरी तक भी लागू रहेंगी. कोई नया बदलाव नहीं किया गया है.
कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद शव का नमूना लेकर वैरिएंट का पता लगाया जायेगा. यह निर्देश केद्र की ओर से स्वास्थ्य विभाग व सिविल सर्जन कार्यालय को मिले है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक देश में कोरोना से हो रही मौतों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाइडलाइन में बदलाव किया है.इसके तहत कोरोना से होने वाली मौतों की जीनो सिक्वेसिंग करायी जायेगी, ताकि पता लगाया जा सके कि संक्रमितों की मौत डेल्टा, ओमिक्रोन या अन्य वैरिएंट से हुई है.
Posted By : Amitabh Kumar