आनंद तिवारी, पटना. घर पर खुद कोविड टेस्ट करने की किट बाजारों में धड़ल्ले से बिक रही है. आइसीएमआर की मंजूरी के बाद रोजाना शहर के गोविंद मित्रा रोड दवा मंडी में लगभग 1500 किट बेची जा रही है़ जहां से फुटकर मेडिकल स्टोर्स व आम लोग खरीदारी कर रहे हैं.
यह खुलासा जीएम रोड के करीब 38 मेडिकल स्टोर से किये गये कोरोना सेल्फ टेस्टिंग किट की बिक्री के आंकड़ों से हुआ है़ लेकिन खास बात तो यह है कि टेस्ट करने वाले लोग अपनी बीमारी छिपा रहे हैं. नतीजतन इसका रिकॉर्ड स्वास्थ्य विभाग या ड्रग डिपार्टमेंट के पास नहीं है. सिर्फ पॉजिटिव आने वाले मरीजों को ही पता होता है कि वे कोरोना संक्रमित हैं.
शहर के जीएम रोड दवा मंडी में करीब 38 थोक व फुटकर दवा दुकानों पर कोरोना का सेल्फ टेस्ट किट उपलब्ध है. एक दुकान पर रोजाना 37 से 40 किट की बिक्री हो रही है. यानी संबंधित दुकानों में रोजाना 1520 किट लोग खरीदने आ रहे हैं.
बीते 14 दिन में करीब 21 हजार लोगों ने घर बैठे सेल्फ कोविड टेस्ट से कोरोना टेस्ट कर लिया है़ लेकिन टेस्टिंग खरीदने वालों का रिकॉर्ड ना मेडिकल स्टोर के पास हैं और ना स्वास्थ्य विभाग को पता है कि कितने लोग इस किट से टेस्ट के बाद पॉजिटिव हुए हैं.
बताया जा रहा है कि आइजीआइएमएस में पांच दिन पूर्व एक साथ 27 लोगों में ओमिक्रॉन की पुष्टि होने व पटना में रोजाना 2 हजार के पार केस मिलने के बाद पांच दिनों में किट की डिमांड अधिक हो गयी है़
दवा विक्रेताओं की माने तो आइसीएमआर की मंजूरी के बाद टेस्टिंग किट की डिमांड और अधिक बढ गयी है़ शहर के अलावा पटना के ग्रामीण इलाके और आसपास के भोजपुर, गया, गोपालगंज, बक्सर आदि जिलों के दवा विक्रेता किट खरीदने पहुंच रहे हैं.
वहीं जानकारों की माने तो किट को लेकर शुरुआत में जो गाइडलाइन आयी थी, उसमें मेडिकल संचालकों को बिक्री का रिकॉर्ड रखने को कहा गया था़ साथ ही जो लोग इस किट का उपयोग करेंगे उन्हें विभाग के एप पर अपनी रिपोर्ट अपडेट करनी थी. लेकिन, ऐसा नहीं किया जा रहा है.
बिहार ड्रगिस्ट एवं केमिस्ट एसोसिएशन के संयोजक अमरनाथ वर्मा ने बताया कि कोविड सेल्फ टेस्ट किट की कीमत 230 से लेकर 310 रुपये तक है. इसका रिजल्ट भी असरकार है़ इसमें टेस्ट करने 15 मिनट बाद एक लाइन आने पर निगेटिव और दो लाइन आने पर पॉजिटिव होने का पता चलता है.
मंजूरी मिलने के बाद जीएम रोड के कई विक्रेता किट बेच रहे हैं. लेकिन एसोसिएशन के माध्यम से आम लोगों से अपील करता हूं कि पॉजिटिव या निगेटिव रिपोर्ट आप एप पर जरूर अपलोड करें.
बिहार ड्रगिस्ट एवं केमिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पीके सिंह व सचिव राजेश आर्या ने बताया कि करीब 10 दिन से कोरोना की रैपिड किट की बिक्री में इजाफा हुआ है़ जांच रिपोर्ट को एप पर अपलोड करने के निर्देश हैं.
यदि लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं तो यह गलत है. क्योंकि इससे संक्रमितों की सही जानकारी नहीं होगी तो वायरस की रोकथाम कठिन होगा. कोविड किट से जांच करना गलत नहीं है, पर रिपोर्ट छुपाना गलत है़
ड्रग विभाग के असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर विश्वजीत दास गुप्ता ने बताया कि सेल्फ टेस्ट किट को लेकर सर्वे किया जा रहा है़ किस दवा दुकान पर कितनी की बिक्री हुई है. डाटा भी जुटाया जा रहा है़ साथ ही रिकॉर्ड रखने के लिए भी कहा जा रहा है़
ड्रग डिपार्टमेंट की ओर से निर्देश दिया गया है कि मेडिकल स्टोर से ऐसे लोगों की जानकारी लें ताकि उनकी मॉनिटरिंग हो सके. साथ ही लोगों से भी अपील की वह अपनी रिपोर्ट एप पर भी अपलोड करें.