Lucknow News: कांग्रेस ने भले ही महिला प्रत्याशियों पर दांव खेल दिया हो. मगर शनिवार को जारी बसपा और भाजपा की सूची में इसका कोई खास असर दिखा है या नहीं? क्या हर बार की तरह इस बार भी राजनीतिक दलों ने जमे-जमाए नेताओं पर अपना भरोसा जताया है? यह सवाल उठना लाजिमि है. हालांकि, सीएम योगी आदित्यनाथ के मथुरा से लड़ने के कयास को भाजपा ने सिरे खारीज कर दिया है. मथुरा से प्रदेश के कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा पर दांव लगाया गया है. भाजपा ने 105 उममीदवारों में 10 महिला नेत्रियों को अवसर दिया है.
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 का बिगुल बजने के साथ ही भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस सहित सभी छोटे दलों की राजनीति गर्म हो गई है. सभी ने चिंतन-मंथन के साथ अपने-अपने उममीदवारों की लिस्ट की घोषणा भी शुरू कर दी है. शनिवार का दिन काफी अहम था. भाजपा को प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगाना था. सुबह से ही सब इसका बेसब्री से इंतजार कर रहक थे. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नामों की घोषणा. उससे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी 58 सीट पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी. मगर वर्तमान में जारी सूची में इन दोनों ही दलों ने कांग्रेस के महिला प्रत्याशियों के खेले गए दांव को कोई खास तवज्जो नहीं दी है.
इन दोनों ही दलों की सूची में महिला प्रत्याशी को कोई विशेष लाभ नहीं दिया गया है. वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन करने के साथ ही स्पष्ट कर दिया कि पार्टी सिर्फ महिला शब्द पर टिकट नहीं देगी. वह उसी को टिकट देगी जो जीत सके. यानी इन तीनों ही दलों ने प्रदेश में महिला प्रत्याशियों पर दांव लगाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है.
भाजपा ने पहले चरण चुनाव के लिए घोषित की गई 57 उम्मीदवारों की सूची में 6 महिला प्रत्याशियों का चयन किया है. वहीं, दूसरे चरण के मतदान के लिए घोषित 48 कैंडिडेट्स में से 4 महिला उम्मीदवारों को अवसर मिला है. खास बात यह भी है कि भाजपा की ओर जारी की गई आधिकारिक सूची में सभी महिला प्रत्याशियों के नाम बोल्ड अक्षर से लिखे गए हैं. यानी पार्टी ने यह संकेत देने की कोशिश की है कि वह महिला प्रत्याशियों पर भी भरोसा जता रही है.
इससे इतर बसपा की ओर से जारी की गई 53 उम्मीदवारों की सूची में 3 महिला प्रत्याशियों को स्थान दिया गया है. वहीं, पूर्व में भी बसपा की ओर से कई विधानसभा सीट पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी गई है. उनमें महिला उम्मीदवारों पर कोई खास भरोसा नहीं जताया गया है.
प्रदेश में अपनी चुनावी रणनीति से सभी दलों को दिक्कत देने की जुगत कर रहे समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव गठबंधन की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में एक सवाल के जवाब में यह कहा कि वह सिर्फ जीतने वाले उम्मीदवारों को ही मौका देंगे. वर्तमान में उनके लिए यही सबसे अहम है.
उधर, प्रदेश के चुनाव में ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा देकर आधी आबादी का वजूद मजबूत करने की कोशिश करने वालीं कांग्रेस महासचिव व यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को ही पहली लिस्ट जारी कर दी थी. कांग्रेस की 125 उम्मीदवारों की पहली सूची को वर्चुअल प्रेस कांफ्रेस करते हुए प्रियंका ने बताया था कि सूची में 50 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं, 20 मुस्लिम समुदाय के लोगों को स्थान दिया है. सूची में कुछ पत्रकारों और एक अभिनेत्री, समाजसेवी और संघर्षशील महिलाओं को मौका दिया गया है.