Bareilly News: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए बीजेपी ने पहले और दूसरे चरण के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. इस सूची में यूपी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल और बिथरी चैनपुर के विधायक राजेश कुमार मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल का टिकट काट दिया गया है. बरेली कैंट सीट से यूपी भाजपा के सह कोषाध्यक्ष संजीव अग्रवाल और बिथरी से डॉ. राघवेंद्र शर्मा को मौका दिया गया है.
जबकि शहर सीट पर डॉ.अरुण सक्सेना, आंवला से पूर्व मंत्री धर्मपाल सिंह, मीरगंज से डॉ.डीसी वर्मा, फरीदपुर से डॉ.श्याम बिहारी लाल का टिकट बरकरार रखा गया है. मगर, नवाबगंज में विधायक केसर सिंह की मृत्यु के बाद डॉ.एमपी आर्य को मौका मिला है. कैंट विधायक एवं पूर्व मंत्री राजेश अग्रवाल और बिथरी चैनपुर के विधायक राजेश कुमार मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल के टिकट कटने की काफी समय से चर्चाएं थी. मगर, यह चर्चाएं शनिवार को सही साबित हो गई हैं. भाजपा की टिकट सूची से दोनों ही नाम गायब हैं.
बरेली कैंट से भाजपा के सह कोषाध्यक्ष संजीव अग्रवाल को टिकट दिया गया है. राजेश अग्रवाल बरेली शहर से चार बार और बरेली कैंट से लगातार दो बार से विधायक थे. लेकिन भाजपा ने उन पर और उनके बेटे की बजाय संजीव अग्रवाल पर भरोसा जताया है. इस बार पप्पू भरतौल की जगह डॉ. राघवेंद्र शर्मा पर भरोसा जताया गया है. विधायक पप्पू भरतौल के कुछ दिन पहले स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ सपा में शामिल होने की अफवाह उड़ी थी. इस पर विधायक ने अफवाह उड़ाने वाले दो लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था.
मीरगंज के विधायक डॉ. डीसी वर्मा, फरीदपुर के विधायक डॉ. श्याम बिहारी लाल, आंवला से विधायक एवं पूर्व मंत्री धर्मपाल सिंह,शहर विधायक डॉ.अरुण कुमार सक्सेना के टिकट कटने को लेकर भी काफी समय से चर्चा थी. मगर, यह सभी टिकट बरकरार रखे गए हैं. आंवला से पूर्व मंत्री धर्मपाल सिंह पर ही भरोसा जताया गया है. वह आंवला से चार बार विधायक बन चुके हैं, तो वहीं लगातार दूसरी बार चुनाव जीते थे. वह किसान लोध जाति के हैं. इसके साथ ही डॉ. डीसी वर्मा मीरगंज से 2017 में पहली बार चुनाव जीते थे. उन पर भी पार्टी के भरोसा जताया है.
डॉ अरुण सक्सेना शहर सीट से 2012 और 2017 का चुनाव जीत चुके हैं. इस बार फिर वह शहर से चुनाव लड़ेंगे. डॉ. श्याम बिहारी लाल सुरक्षित सीट फरीदपुर सीट से कई बार चुनाव लड़ चुके हैं. मगर, वह 2017 में पहली बार जीते थे. इस बार फिर चुनाव लड़ेंगे. नवाबगंज सीट के विधायक केसर सिंह गंगवार की पिछले साल कोरोना से मृत्यु हो गई थी. उनकी मौत के बाद से ही उनके बेटे विशाल गंगवार और रमेश गंगवार के बीच टिकट को लेकर टक्कर चल रही थी. पार्टी ने दोनों को टिकट न देकर डॉ. एमपी आर्य को टिकट दिया है.
इसके साथ ही शाहजहांपुर सीट से कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना चुनाव लड़ेंगे. वह सात बार से अधिक चुनाव जीत चुके हैं. कटरा से विधायक वीर विक्रम सिंह, बदायूं की शेखूपुर सीट से धर्मेंद्र शाक्य, बदायूं शहर सीट से महेश गुप्ता, बिसौली सुरक्षित सीट से कुशाग्र सागर को टिकट दिया गया है. बिल्सी से हरीश शाक्य को टिकट दिया है. यहां के विधायक आरके शर्मा पहले ही सपा में शामिल हो चुके हैं. भाजपा के टिकट घोषित होने के बाद अब सपा और बसपा के टिकटों पर सबकी निगाह लग गई है.
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हालांकि, भाजपा ने भोजीपुरा और बहेड़ी सीट के टिकट होल्ड कर दिए हैं. भोजीपुरा में पूर्व मंत्री बहोरन लाल मौर्य विधायक हैं, जबकि बहेड़ी में राजस्व राज्यमंत्री छत्रपाल सिंह विधायक हैं. इन दोनों की सीट इधर उधर करने की बात चल रही थी. यह दोनों टिकट होल्ड होने के बाद बहेड़ी विधायक छत्रपाल सिंह को भोजीपुरा और भोजीपुरा के विधायक बहोरन लाल मौर्य को बहेड़ी से चुनाव लड़ाने की चर्चा एक बार फिर शुरू हो गई है.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद