Jharkhand news: गुमला से 40 किमी दूर घाघरा प्रखंड के आदर मौनीदह पुल के समीप गुरुवार की शाम यात्रियों से भरी महालक्ष्मी बस मुख्य सड़क से 20 फीट नीचे जा गिरी. बस में करीब 40 यात्री सवार थे. जिसमें 30 यात्रियों को चोट लगी है. पांच यात्रियों को गंभीर चोट लगी है. सभी घायलों को गुमला, बिशुनपुर और घाघरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बस गुमला से बिशुनपुर प्रखंड के बनालात जा रही थी. तभी मौनीदह पुल के समीप तीखा मोड़ और अधिक ढलान होने के कारण चालक ने अपना संतुलन खो दिया. बस की रफ्तार भी अधिक थी. बस सड़क से नीचे गहरे खाई में जा गिरी. सड़क के नीचे बस गिरते ही यात्री बचाने के लिए चिल्लाने लगे. जिन्हें मामूली चोट लगी थी. वे लोग अपने से बस से निकले और सड़क तक पहुंचे. जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को स्थानीय लोगों ने मदद कर बस से निकाला.
घटना की सूचना पर घाघरा थाना प्रभारी अभिनव कुमार और बिशुनपुर थाना प्रभारी सदानंद सिंह पहुंचे. दोनों थानेदारों ने घायलों को अपनी गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया. जो गंभीर थे. उन्हें पहले अस्पताल पहुंचाया गया. घटनास्थल रोने व कराहने की आवाज गूंजता रहा. इधर, घटना के तुरंत बाद चालक व खलासी भाग गये.
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इस हादसे में पोकली देवी का हाथ टूटा, परबी देवी का कमर टूटा, रेणुवा देवी का पैर टूटा, फूलमती देवी के नाक की हड्डी टूट गयी है. वहीं संकुती देवी, राजेश्वरी देवी, भिखनी देवी, बालमुनी देवी, बसमतिया देवी, रूकमनि देवी, घसनी देवी, उमेश उरांव, परवतिया देवी, सविता देवी, सरिता देवी, रामखेलावन साहू, दीपाली कुमारी सहित 30 से अधिक लोग घायल हो गये. कई घायल बिना जांच कराये दूसरी गाड़ी की व्यवस्था कर अपने घर चले गये.
मौनीदह नदी में बना पुल खतरनाक है. यहां पहले भी कई बड़े हादसे हो चुके हैं. 15 साल पहले यहां दशमुड़िया गाड़ी पुल के नीचे जा गिरी थी. उस समय 17 लोगों की मौत हो गयी थी. इसके बाद भी यहां आये दिन हादसा होते रहता है. खैरियत रही कि गुरुवार को महालक्ष्मी बस पुल से पहले सड़क के नीचे गिरी. अगर पुल से नीचे गिरती, तो यहां बड़ा हादसा हो सकता था. चूंकि नदी में पानी था और पत्थर भी है.
जिन लोगों को मामूली चोट लगी है. उन लोगों के रहने व खाने पीने की व्यवस्था पुलिस विभाग ने अस्पताल में किया है. अस्पताल के एक हॉल में सभी लोगों को आश्रय दिया गया है. चूंकि ये सभी लोग जमटी, कटिया, गोबरसेला, बनालात सहित नक्सल प्रभावित गांवों के रहने वाले हैं. रात को गांव जाना इनके लिए डर है. इसलिए पुलिस ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी को अस्पताल में रखा है. शुक्रवार की सुबह को सभी को पुलिस द्वारा गाड़ी की व्यवस्था कर गांव भेजा जायेगा.
रिपोर्ट : अजीत साहू, घाघरा, गुमला.