मधेपुरा. कोरोना वैक्सीन के 12 डोज लेनेवाले रिटायर्ड पोस्टमास्टर ब्रह्मदेव मंडल ने आत्महत्या करने की धमकी दी है. ब्रह्मदेव मंडल ने कहा है कि अगर सरकार उन पर मुकदमा चलाती है तो वो अपनी जान दे देंगे. ‘वैक्सीन वाले चचा’ के नाम से प्रसिद्ध हो चुके ब्रह्मदेव मंडल के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराया है.
उनपर आरोप है कि उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को गुमराह कर एक दो नहीं बल्कि पूरे 12 डोज वैक्सीन लगवा लिये हैं. ब्रह्मदेव मंडल ने खुद ही खुलासा किया कि उन्होंने 8 बार आधार कार्ड और 4 बार मतदाता पहचानपत्र से टीका लिया. इस दौरान उन्होंने तीन मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया. अब पुलिस ब्रह्मदेव मंडल की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
पुलिस ने रविवार को मधेपुरा के पुरैनी थाना क्षेत्र के उरई गांव में उनके घर पर छापेमारी की, उसके बाद से ही मंडल ने अपना मोबाइल बंद कर रखा है. इसी दौरान 84 साल के ब्रह्मदेव मंडल ने प्रधानमंत्री से मामले में हस्तक्षेप करने और अपने ऊपर लगे आरोपों से उन्हें मुक्त करने की भी गुहार लगायी है.
इस बीच, मंडल की पत्नी निर्मला देवी ने पुलिस पर अपने पति को अपराधी की तरह परेशान करने का आरोप लगाया. निर्मला देवी ने दावा किया कि उनके पति कई तरह की बीमारियों से पीड़ित थे, जिसमें कमर और घुटने का दर्द भी शामिल था, और वो सीधे खड़े होने या चलने तक में असमर्थ थे. टीके की पहली खुराक मिलने के बाद मंडल को उम्मीद की एक किरण महसूस हुई. 12 टीके लगने के बाद अब वह पूरी तरह से ठीक हो गए हैं.
पुरैनी थाने के एसएचओ दीपक चंद्र दास ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. सेवानिवृत्त पोस्टमास्टर ब्रह्मदेव मंडल ने पहले दावा किया था कि उन्होंने 12 वैक्सीन शॉट लिए थे. उन्होंने पिछले साल 13 फरवरी को पुरैनी पीएचसी में अपना पहला टीका लगाया था.
ब्रह्मदेव मंडल की उम्र आधार कार्ड पर 84 वर्ष है वे डाक विभाग में काम भी करते थे. फिलहाल रिटायरमेंट के बाद गांव में ही रहते हैं. उन्होंने कहा कि अपना पहला कोरोना टीका 13 फरवरी 2021 को पुरैनी पीएचसी में लगवाया था.