गुमला : बिशुनपुर प्रखंड के गुरदारी थाना क्षेत्र अंतर्गत कुजाम बॉक्साइड माइंस के कैंप में सात जनवरी की रात को प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के द्वारा हमला कर 27 वाहनों में आग लगा कर झारखंड की सबसे बड़ी आगजनी घटना को अंजाम देने के बाद गुरदरी थाना में 30 अज्ञात भाकपा माओवादी के नक्सलियों के ऊपर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
इस संबंध में गुमला के एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल ने बताया कि अधिक वाहन जलने के कारण कागजी प्रक्रिया देर तक होती रही. इसलिए रविवार की देर रात तक प्राथमिकी दर्ज की गयी. उन्होंने कहा कि नक्सली यह घटना को अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के उद्देश्य अंजाम दिये हैं. इस घटना से लेवी का कोई लेना देना नहीं है.
उन्होंने कहा कि लगातार नक्सलियों के ऊपर पुलिस का दबाव बढ़ रहा है और वह बैकफुट पर आने लगे हैं. जिस कारण नक्सलियों में काफी बौखलाहट है और वह घटना को अंजाम देकर अपनी उपस्थिति दर्ज करना चाहते हैं. हालांकि पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है और नक्सलियों के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया गया है. बहुत जल्द पुलिस को कामयाबी मिलेगी. उन्होंने कहा कि कोई भी संगठन या व्यक्ति के द्वारा अप्रिय घटना को अंजाम दिया जायेगा तो पुलिस उसे कभी नहीं छोड़ेगी. उस पर कार्रवाई की जायेगी.
भाकपा माओवादी के हमले के बाद पुलिस पूरी तरह से सक्रिय हो गयी है. लगातार माओवादी के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. घटना को अंजाम देने के बाद माओवादी बिशुनपुर थाना से महज तीन से चार किलोमीटर के अंदर जंगलों में शरण लिये हुए हैं. जिसकी सूचना पुलिस को मिल चुकी है और पुलिस लगातार माओवादी को घेरने का काम कर रही है. बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के नजदीकी जंगल में माओवादी छिपे हुए हैं. जहां 24 घंटा से पुलिस ने घेर कर रखा हुआ है. हालांकि अब तक पुलिस नक्सलियों के नजदीक नहीं पहुंच पायी है और ना ही पुलिस के द्वारा इसकी अधिकारिक पुष्टि की जा रही है.