पटना में पिछले 24 घंटे में कोरोना के कारण एम्स में दो लोगों की मौत हो गयी. वही, पीएमसीएच में पांच और एनएमसीएच के 17 डॉक्टर भी कोरोना की चपेट में आ गये है. इसके साथ ही आरएमआरआइ के 14 साइंटिस्ट व 10 कर्मी पॉजिटिव पाये गये है. खास बात यह है कि 24 घंटे के अंदर पटना जिले में रिकॉर्ड 1956 नये मामले सामने आये है.
साथ ही जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 5 हजार से बढ़कर 7 हजार 72 पहुंच गयी है. अधिकारियों के मुताबिक सात महीने बाद जिले में एक साथ इतने मामले सामने आये है. विशेषज्ञों की माने, तो कोविड की रफ्तार तेज है, लेकिन भर्ती मरीजों की संख्या बहुत कम है. 100 से अधिक मरीज रोजाना ठीक भी हो रहे है. इससे एक दिन पूर् पटना में 1314 मरीज पॉजिटिव पाये गये थे.
आइजीआइएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने कहा कि कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए आइजीआइएमएस में रुटीन ऑपरेशन बंद कर दिया गया है. सभी विभाग में लेप्रोस्कोपी तकनीक से ऑपरेशन भी बंद है. इमरजेसी में गंभीर मरीजों का ही ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया है.
पटना एम्स में शनिवार को कोरोना संकमण के इलाज के दौरान 21 वर्षीय युवक समेत दो लोगों की मौत हो गयी. इसके अलावा एम्स में 10 नये कोरोना मरीजों को भर्ती किया गया है. पटना एम्स कोरोना नोडल ऑफिसर डॉ संजीव कुमार ने बताया कि शिवपुरी कॉलोनी भागलपुर निवासी 21 वर्षीय रितिक कुमार, पूर्णिया निवासी 59 वर्षीय देव ज्योति बोस की कोरोना से मौत हो गयी. शनिवार की देर शाम तक एम्स आइसोलेशन वार्ड में कुल 39 मरीजों का इलाज कोरोना संकमण का चल रहा था.
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पटना में संक्रमण दर सबसे तेज
पटना हवाइ अड्डे पर कतर से आये एक यात्री सहित आठ काेराेना पाॅजिटिव मिले. इसमे विमान कंपनी के कर्मी भी है. कतर से पटना आने वाले यात्री दरभंगा के रहने वाले है. वे बेगलुरु से आये है. जीनोम सिक्वेस जांच के लिए सैपल आइजीआइएमएस भेजा गया है.