रांची : विधानसभा की अनागत प्रश्न क्रियान्वयन समिति ने वर्ष 2016 के स्थापना दिवस के मौके पर बच्चों के बीच बांटे गये टी-शर्ट और टॉफी में गड़बड़ी के मामले पर विभाग के जवाब पर नाराजगी जतायी है. समिति ने विभाग की रिपोर्ट को फर्जी बताया है. इस संबंध में वाणिज्य कर और स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के साथ शिक्षा परियोजना ने समिति को रिपोर्ट सौंपी थी. पिछले महीने समिति ने विभागीय रिपोर्ट का अध्ययन किया और जवाब पर असंतोष जताया.
जनवरी 2021 से विधानसभा समिति के समक्ष यह मामला आया है. विधानसभा में निर्दलीय विधायक सरयू राय ने वर्ष 2016 के स्थापना दिवस पर प्रभात फेरी के लिए बच्चों के बीच बांटे गये टी-शर्ट और टॉफी के वितरण में अनियमितता और सरकारी राशि के गबन का मामला उठाया था.
मामला विधानसभा कमेटी के समक्ष आया. समिति ने इस मामले की जांच के लिए गढ़वा, पलामू, लातेहार, हजारीबाग जैसे जिलों का दौरा किया. टी-शर्ट और टॉफी वितरण में अनियमितता पायी गयी है. रामचंद्र चंद्रवंशी कमेटी के संयोजक हैं. वहीं कमेटी में विधायक मथुरा प्रसाद महतो, मनीष जायसवाल, समीर कुमार मोहंती व नीरा यादव सदस्य हैं.
सरयू राय ने पिछले बजट सत्र में अल्पसूचित के तहत मामला उठाया था कि वर्ष 2016 में स्थापना दिवस पर लाला इंंटरप्राइजेज, जमशेदपुर ने टॉफी और कुडु फैब्रिक्स लुधियाना ने पांच करोड़ रुपये की टी-शर्ट आपूर्ति की थी. श्री राय का सवाल था कि लाला इंटरप्राइजेज ने वाणिज्य कर विभाग को वैट का भुगतान तो कर दिया, लेकिन उसने टॉफी के क्रय और विक्रय की कोई जानकारी नहीं दी. वहीं लुधियाना फैब्रिक्स ने रांची, जमशेदपुर, धनबाद में टी-शर्ट आपू्र्ति के लिए कोई रोड परमिट नहीं ली थी. श्री राय का कहना था कि जिलाें में टॉफी और टी-शर्ट का वितरण हुआ ही नहीं था.
Posted By : Sameer Oraon