Jharkhand News, Simdega News सिमडेगा : पूर्व माओवादी संजू प्रधान की ग्रामीणों ने मंगलवार को उसकी मां और पत्नी के सामने ही पीट-पीट कर हत्या कर दी. फिर उसके घर में रखी लकड़ी से ही चिता बनाकर शव भी जला डाला. हत्याकांड को कोलेबिरा के बेसराजारा बाजार के पास दिन के दो बजे अंजाम दिया गया. पूरे कांड में लगभग 250 ग्रामीण शामिल थे. जानकारी के अनुसार, छपरीडिपा निवासी संज़ू प्रधान पूर्व माओवादी था और जेल से रिहाई के बाद लकड़ी का व्यवसाय कर रहा था.
ग्रामीण इससे नाराज थे. उन्होंने कई बार जंगलों की कटाई करने से मना किया, लेकिन संजू प्रधान इसे अनसुना कर लकड़ी तस्करी का काम करता रहा. इस पर आक्रोशित ग्रामीणों ने मंगलवार को बंबलकेरा पंचायत भवन में बैठक कर हत्याकांड को अंजाम दिया.
जानकारी के अनुसार, ग्रामीण बैठक के बाद बेसराजरा बाजार टांड़ के पास स्थित संजू प्रधान के घर पहुंचे, तो उस वक्त पूरा परिवार घर में ही था. घर में संजू, उसकी पत्नी सपना देवी और मां जसमइत देवी मौजूद थीं. ग्रामीण घर में घुसे और जबरन उसे घर से निकालना चाहा. इंकार करने पर ग्रामीण उसे घर से निकाल कर पीटते हुए लगभग सौ कदम की दूरी पर ले गये और पीट-पीट कर परिजनों के सामने ही मार डाला.
सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन ग्रामीणों के विरोध और उग्र तेवर को देखते हुए घटनास्थल पर नहीं पहुंच सकी. बाद में पुलिसकर्मियों ने जिला मुख्यालय को घटना की जानकारी दी. इसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल को घटनास्थल पर बुलाया गया. लेकिन तब तक संजू प्रधान का शव जलकर पूरी तरह से राख हो चुका था. पुलिस ने संजू प्रधान के जले हुए अवशेष को अपने कब्जे में ले लिया है.
सिमडेगा में हुई इस घटना को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जांच के आदेश दिये हैं. उन्होंने सिमडेगा डीसी को मामले की जांच कर कानून सम्मत कार्रवाई करते हुए सूचित करने का निर्देश दिया है.
हत्याकांड पर गंभीर रुख दिखाते हुए सिमडेगा के एसपी डॉ शम्स तबरेज ने कहा है कि घटना में जो भी दोषी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जायेगा.
Posted By : Sameer Oraon