Makar Sankranti 2022: हिंदू धर्म में सभी व्रत और त्योहारों का विशेष महत्व है। इस दिन का सीधा संबंध सूर्य देव से होता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन सूर्य उत्तरायण दिशा (Makar Sankranti 2022 Date) की ओर जाता है और सूर्य देव को हिंदुओं का प्रत्यक्ष देव कहा गया है जिनकी पूजा अर्चना करना विशेष रूप से फलदायी माना जाता है.
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Makar Sankranti 2022: भारतवर्ष के हर क्षेर में मनाया जाता है ये त्योहार
हिंदू धर्म में भगवान सूर्य के पूजन का सबसे बड़ा पर्व मकर संक्रांति या उत्तरायण है. इस दिन पूरे भारतवर्ष के हर क्षेत्र में कोई न कोई त्योहार मानाया जाता है. इस दिन असम में बीहू तो दक्षिण भारत में पोंगल का त्योहार होता है, गुजरात, महराष्ट्र में इस दिन उत्तरायणी का त्योहार मानाया जाता है. इसके एक दिन पहले पंजाब प्रांत में लोहड़ी का त्योहार मनाते हैं.
Makar Sankranti 2022: शुभ मुहूर्त
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मकर संक्राति पुण्य काल – दोपहर 02:43 से शाम 05:45 तक
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अवधि – 03 घण्टे 02 मिनट
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मकर संक्राति महा पुण्य काल – दोपहर 02:43 से रात्रि 04:28 तक
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अवधि – 01 घण्टा 45 मिनट
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Makar Sankranti 2022: मकर संक्रांति का महत्व
हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का पर्व एक बड़ा और महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है. इस दिन मुख्य रूप से स्नान, दान , तर्पण और पूजा का खास महत्व होता है. ऐसा माना जाता है कि इसी दिन से ऋतु परिवर्तन भी होता है और सर्दियों से गर्मी की ओर मौसम परिवर्तन होता है. मकर संक्रांति के दिन से बसंत ऋतु शुरू होने लगती है. पौराणिक कथाओं के अनुसार इस मकर संक्रांति के दिन भगवान शिव ने भगवान विष्णु को आत्मज्ञान का दान दिया था. महाभारत की कथा के अनुसार भीष्म पितामह ने मकर संक्रांति के दिन ही अपनी देह का त्याग किया था इसलिए इसका महत्व और ज्यादा बढ़ जाता है.