पटना. राज्य की सभी ग्राम पंचायतों में मंगलवार से विकास का काम शुरू हो जायेगा. सोमवार तक राज्य में त्रिस्तरीय पंचायतों का गठन का काम पूरा हो गया है. 8067 ग्राम पंचायतों के गठन के साथ ही 534 पंचायत समितियां और 38 जिला पर्षद के गठन का काम हो गया है.
राज्य को 8067 नयी ग्राम कचहरी भी मिल गयी है. राज्य के दो लाख 47 हजार से अधिक निर्वाचित प्रतिनिधि अब अपने क्षेत्र के विकास को गति देंगे. राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर सभी ग्राम पंचायतों में उपमुखिया, पंचायत समिति में प्रमुख और उपप्रमुख व जिला पर्षद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का अप्रत्यक्ष निर्वाचन कार्य संपन्न हो चुका है.
पंचायत समिति और जिला पर्षद द्वारा अब अपने क्षेत्र के विकास की योजनाएं तैयार करने का काम शुरू कर देंगे. इधर, पंचायती राज विभाग ने राज्य के एक लाख नौ हजार से अधिक वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के गठन की समय-सीमा 15 जनवरी तक निर्धारित कर दी है.
ऐसे में राज्य के सभी वार्डों में वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति द्वारा अपने क्षेत्र की योजनाओं का चयन 15 जनवरी के बाद किया जायेगा. वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति की मुख्य जिम्मेदारी हर घर तक नल का जल पहुंचाने की है.
अभी तक जो परिवार हर घर नल के जल योजना से वंचित है उनका सर्वेक्षण कर पेयजल उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी नये प्रतिनिधियों को करनी है. साथ ही पक्की नली गली की योजना भी वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति को करना है.
सितंबर से लेकर अब तक पंचायत आम चुनाव के कारण पंचायतों का सामान्य कार्य जिसमें नियोजन से लेकर वार्ड सभा की बैठक, ग्राम पंचायत की आमसभा बुलाना और नयी योजनाएं के चयन की गति धीमी पड़ गयी थी.