बिहार में ठंड से लोग ठिठुर रहे है. सुबह से दोपहर तक चल रही पुरुआ हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी की ओर से आ रही नमी ने दोपहर बाद चल रही पछुआ हवाओं के साथ आ रही धूल व धुएं का साथ पाकर स्माग के रूप में आसमान में डेरा डाल दिया है. यह स्माग धूप की राह में रोड़ा बन गया है. इन वायुमंडलीय परिस्थितियां के चलते गोपालगंज और आसपास के जिलों में सोमवार को दोपहर दो बजे धूप बादलों को चीर कर निकली, लेकिन लोगों को ठंड से राहन नहीं मिली. शाम चार बजते ही बर्फीली हवाओं के कारण पारा गिरा और बाजारों में सन्नाटा पसर गया. ऐसे में पश्चिमोत्तर के पहाड़ों की ओर से आ रही सर्द पछुआ हवाओं ने गलन बढ़ा दी. शाम होते ही लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो जा रहे है. फुटपाथ पर रहने वाले लोगों पर मौरम बेरहम बना हुआ है. सबसे अधिक परेशानी यात्रियों की होती है.
पटना समेत बिहार के अन्य शहरों पर यात्रियों को जाने के लिए बस स्टैंड से ही बस मिलते है. पूरी रात बसों से लोग आते-जाते रहते है. इस दौरान बस स्टैंड में ठंड से लोग ठिठुर जाते हैं. बस स्टैंड के पास के चाय दुकानदारों की दुकान खोलते ही यात्री दुकान के चूल्हे पर आग तापने को मजबूर हो जाते हैं. जिससे दुकानदारों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इतना ही नहीं चीनी मिल में गन्ना लेकर आने वाले किसानों को भी परेशानी का समाना करना पड़ रहा है. दिन में भी जहां जिसको मौका मिला वहीं कूड़ा जलाकर ठंड से राहत पाते दिखे.
मौसम विभाग के अनुसार बिहार में सात जनवरी के बाद आसमान में बादल छाने लगेगा. सात से 14 जनवरी के बीच बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है. बारिश होने के बाद फिर से ठंड बढ़ सकती है. बतादें कि गोपालगंज का न्यूनतम तापमान में बीते दिन के मुकाबले तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई. रविवार का न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस था, जो सोमवार को गिरकर 7.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. अधिकतम तापमान भी 19.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो बीते दिन के मुकाबले डेढ़ डिग्री सेल्सियस कम रहा.
मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय ने बताया कि तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रहेगा. अगले दो से तीन दिन में न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. आसमान में जमा स्माग सात जनवरी से होने वाली गरज-चमक के साथ ही हल्की बारिश से छंटेगा. यह बारिश देश के पश्चिमोत्तर हिस्से में बनने वाले पश्चिमी विक्षोभ से होगी. पश्चिमी विक्षोभ के बनने का सिलसिला शुरू हो गया है, वह छह जनवरी तक पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा. बारिश के बाद धूप तो निकलेगी लेकिन सर्द पछुआ हवाओं को तेज रफ्तार से आने के लिए खुला मैदान भी मिल जाएगा. ऐसे में तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी.
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पछुआ हवा से कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ठंड के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. ठंड पड़ने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. फिर भी अति आवश्यक कार्य पड़ जाने के कारण लोग मजबूरन घर से बाहर निकल रहे हैं. ठंड से लोगों के बचाव के लिए प्रशासन के द्वारा कोई पहल नहीं की जा रही है. ना ही कहीं अलाव की व्यवस्था की गई है. कटेया नगर पंचायत के एक भी चौक चौराहों पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है.
ठंड से बचाव के लिए चौक चौराहों पर कचरे का अलाव जलाकर लोग तापने को मजबूर हैं. यात्रियों की परेशानी को देखकर दुकानदार दुकान के आगे कागज कचरे को जलाने लगते हैं. जिसे तापकर लोग अपने आप को ठंड से बचाने में लग जाते हैं. कचरा के आग प्रदूषण भी अधिक निकलता है. जिसे तापने से लोगों को तरह-तरह की बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं. कड़ाके की पड़ रही ठंड से बचाव के लिए अंचला पदाधिकारी के द्वारा कोई व्यवस्था नहीं किया गया है.