Prayagraj News: माघ मेला 2022 को लेकर मेला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं. मेला क्षेत्र में एक तारीख से तमाम संस्थाओं का आना शुरू हो गया है. महावीर पुल के आसपास तमाम संस्थाओं ने अपना डेरा डाल दिया है. रविवार को कुछ संत अपनी धुनी जमाए भी नजर आए.
तैयारियों की बात की जाए तो अब यह अंतिम दौर में चल रही हैं. माघ मेला क्षेत्र के सेक्टर एक से लेकर छः तक बनने वाले पांच पीपा पुल का निर्माण पूरा होने के साथ ही अभी उसमें कुछ काम शेष रह गए हैं.
माघ मेला क्षेत्र में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा जहां 7 पीपा पुल का निर्माण किया जा रहा है, वहीं सुगम यातायात के लिए मेला क्षेत्र में करीब 80 किलोमीटर के चकर प्लेट बिछाये जा रहे हैं ताकि आवागमन सुगम रहे.
पीपे के पुल की बात की जाए तो माघ मेले में 6 सेक्टर में करीब 5 पुल बनाए जा रहे हैं. शेष दो पुल फाफामऊ की ओर बनने हैं. विद्युत सप्लाई के लिए विभागों द्वारा पोल गाड़ने के बाद तार खींच दिए गए हैं. पानी के लिए जल निगम द्वारा पाइपलाइन बिछा दी गई हैं. स्वच्छता के तहत शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है.
माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं और संस्थाओं को जमीन आवंटन का आखिरी सप्ताह बचा है. अधिकतर संस्थाओं को जमीन आवंटित कर दी गई है. शेष संस्थाओं को मेला प्रशासन द्वारा जल्द जमीन का आवंटन किया जाएगा. जमीन आवंटन के बाद संस्थाओं को मेला प्रशासन द्वारा सुविधाएं देने का काम भी किया जा रहा है.
कोविड के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मेला प्रशासन ने विशेष तैयारियां की है. मेला क्षेत्र में सैनिटाइजेशन के साथ ही कल्पवास के लिए शिविर लगाने वाली संस्थाओं को इस बार लोगों के स्वास्थ्य से संबंधित एक रजिस्टर भी तैयार करना होगा.
रजिस्टर में कल्पवास के लिए आने वाले लोगों का आधार और वैक्सीन लगी है या नहीं, इसका भी ब्योरा रखना होगा. इसके साथ ही मेला प्रशासन द्वारा मेले में लगे सरकारी कर्मचारियों को वैक्सीन लगी या नहीं इसकी भी जानकारी मांगी गई है.
(फोटो रिपोर्ट: एस के इलाहाबादी, प्रयागराज)