हमीरपुर (हिमाचल)। उत्तरी भारत का प्रमुख सिद्धपीठ बाबा बालकनाथ मंदिर दियोटसिद्ध नववर्ष की पूर्व संध्या पर पूरी रात श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा. दिव्यांग तथा अशक्त श्रद्धालुओं को बसअड्डा बैरियर से मंदिर तक पहुंचाने के लिए मुफ्त टैक्सी की व्यवस्था भी रहेगी. मंदिर पर नववर्ष पर उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की जा रही है. श्रद्धालुओं से कोरोना प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन कराया जाएगा.
मंदिर न्यास से मिली जानकारी के अनुसार, सुरक्षा व व्यवस्था के लिहाज से मंदिर परिसर को पांच सेक्टरों में बांटा जाएगा. पुलिस तथा होमगार्ड के 60 जवान तैनात रहेंगे. प्रत्येक सेक्टर में सेक्टर ऑफिसर तैनात रहेंगे. पूरे परिसर में दो सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे. बाबा बालक नाथ ट्रस्ट के मंदिर अधिकारी एवं न्यास अध्यक्ष शशि पाल शर्मा ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बेहतर व्यवस्था न्यास द्वारा की गई है. श्रद्धालुओं के लिए लंगर उपलब्ध रहेगा लेकिन खुले में लंगर लगाने तथा जागरण की अनुमति नहीं होगी. बैरियर नंबर दो से वाहनों को ऊपर ले जाने पर पाबंदी रहेगी. सरायों में ठहरने वाले श्रद्धालु ही वाहन से ऊपर ले जाए जा सकेंगे.
शर्मा ने श्रद्धालुओं से कोविड-19 से बचाव के नियमों का पालन करने का आह्वान किया है. नववर्ष के आगमन पर किसी भी प्रकार की सांस्कृतिक संध्या जागरण पर प्रतिबंध रहेगा. बिना मास्क के न्यास परिसर में श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं मिलेगा. सैनिटाइजर की व्यवस्था मंदिर की ओर से की गई है. जिस तरह से नववर्ष के आगमन की पूर्व संध्या पर यहां श्रद्धालुओं की भीड़ होती है, उसमें कोरोना नियमों का पालन कराना प्रशासन के लिए भी टेढ़ी खीर होगी.
Posted By : Amitabh Kumar