रांची : खाद्य आपूर्ति विभाग में राशन कार्ड का डिजिटलाइजेशन हो रहा है. अब तक 89 प्रतिशत राशन कार्ड का डिजिटलाइजेशन हो चुका है. राशन कार्ड में अंकित लाभुकों को आधार कार्ड से जोड़ा जा चुका है. इस क्रम में विभाग को अब तक 22 हजार से अधिक राशन कार्ड में गड़बड़ियां मिली हैं.
इसके बाद कई राशन कार्ड में अंकित लाभुकों के नाम हटाये गये हैं. वहीं एक व्यक्ति के नाम से बने एक से अधिक राशन कार्ड को रद्द कर दिया गया है. जांच में मिला कि एक से अधिक राशन कार्ड में कई लाभुकों के नाम दर्ज हैं और इनके नाम पर राशन का उठाव भी हो रहा है. राज्य में अभी 59 लाख आठ हजार 300 लाभुक परिवारों को खाद्यान्न व धोती-साड़ी-लूंगी योजना का लाभ मिल रहा है.
राशन कार्ड के डिजिटलाइजेशन का काम जारी है. 89 प्रतिशत से अधिक लाभुक परिवार के सदस्यों को आधार कार्ड से जोड़ा जा चुका है. गड़बड़ियों में सुधार की कार्रवाई हो रही है.
डॉ रामेश्वर उरांव, वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री
संख्या डिजिटलाइजेशन
बोकारो 13,47,092 12,95,649
चतरा 8,87,186 7,90,027
देवघर 22,92,876 10,71,402
धनबाद 18,69,096 16,00,724
दुमका 11,19,527 9,82,612
गढ़वा 11,85,898 9,68,347
गिरिडीह 21,08,095 17,63,828
गोड्डा 11,05,474 9,36,881
गुमला 8,26,012 7,01,927
हजारीबाग 14,57,892 13,33,994
जिला लाभुक सदस्यों कितने का हुआ
की संख्या डिजिटलाइजेशन
जामताड़ा 7,13,141 6,29,324
खूंटी 4,55,604 4,07,321
कोडरमा 5,33,946 4,92,739
लातेहार 6,82,042 6,23,773
लोहरदगा 4,29,310 3,96,191
पाकुड़ 7,78,796 7,13,487
पलामू 18,23,160 15,48,501
प सिंहभूम 12,57,050 10,90,329
पू सिंहभूम 16,60,947 16,29,567
रामगढ़ 6,01,338 5,24,626
Posted By : Sameer Oraon