राजेश कुमार ओझा
हम प्रमुख जीतन राम मांझी और विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के प्रमुख मुकेश सहनी की मुलाकात के बाद बिहार में ठंड के बावजूद राजनीतिक तापमान बढ़ने लगा है. हांलांकि इस मुलाकात को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में अपनी हैसियत बढ़ाने को लेकर भी देखा जा रहा है. लेकिन, राजनीतिक पंडित इस मुलाकात को एक नए समीकरण बता रहे हैं. वीआइपी प्रवक्ता देव ज्योति की कुछ दिन पहले तेजस्वी से हुई मुलाकात से इसे जोड़ते हुए कहते हैं कि खिचड़ी पक रही है, भले ही वो अभी पूरी तरह से पकी नहीं हो.
यूपी चुनाव से पहले मुकेश सहनी और जीतन राम मांझी की करीब 20 मिनट की मुलाकात को लेकर कहा जा रहा है कि दोनों ने अपनी रणनीति साझा किया है और एनडीए पर यूपी में अपनी भी भागीदारी मांगी है. बताते चलें कि मुकेश सहनी तो यूपी चुनाव को लेकर भाजपा की योगी सरकार पर आक्रमक हो गए हैं. उन्होंने तो साफ कर दिया है कि यूपी में भजपा गठबंधन करना चाह रही है तो ठीक है, वरणा हम वहां से अकले चुनाव लड़ेंगे. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने भी यूपी में चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं.
यूपी के दलितों को गोलबंद करने के लिए मांझी बिहार के ब्राह्मणों पर वार कर रहे हैं. उनके करीबियों का कहना है यूपी चुनाव में मांझी अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं. ब्राह्मणों को अपशब्द कहना उनका एक राजनीतिक कदम है. ब्राह्मणों को लेकर अपशब्द कहने पर उनको जिस प्रकार से मीडिया में जगह मिली है वो उसे बनाये रखना चाहते हैं. ताकि वे अपने इस एजेंडा के तहत यूपी के दलितों को गोलबंद कर सके. यही कारण है कि वे पिछले कुछ दिनों से अपने इस एजेंडा पर चल रहे हैं. बताते चलें कि लालू प्रसाद भी ब्राह्मणों पर ही प्रहार कर दलितों को गोलबंद करते हैं.
2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. कयास लगाया जा रहा है कि मार्च-अप्रैल में यूपी में इलेक्शन हो सकता है. इधर, बिहार के पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी ने यूपी चुनाव की तैयारियों को धार दे दी है. सहनी की विकासशील इंसान पार्टी पहले ही निषाद वोटरों वाली 165 सीटों पर हाथ आजमाने का ऐलान कर चुके हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुकेश सहनी अब जीतन राम मांझी के साथ चुनावी गठबंधन की तैयारी में हैं. हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच उत्तर प्रदेश चुनाव में हम और वीआइपी के एक साथ चुनावी गठजोड़ करने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई है. इस पर जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जा सकता है. इसके अलावा दोनों पार्टी नेताओं ने राज्य सरकार के कार्यों को लेकर भी बैठक के दौरान चर्चा की है.
सूत्रों का कहना है कि मुकेश सहनी और जीतन राम मांझी विधान परिषद चुनाव, सरकार के आयोग, बोर्ड एवं समितियों के गठन अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग आदि पर चर्चा की है. सूत्रों के अनुसार दोनों नेता विधान परिषद की सीट से लेकर बोर्ड और आयोग में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी चाहते हैं.