उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनावी शंखनाद से पहले नेपाल से सटे बॉर्डरों पर लगातार पकड़े जा रहे नेपाली करेंसी ने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं. पिछले एक हफ्ते में नेपाल से सटे अलग-अलग बॉर्डरों पर करीब 35 लाख से अधिक की नेपाली करेंसी एसएसबी और नेपाली पुलिस के जवानों ने पकड़ी है. चुनाव से पहले इस तरह बढ़ती तस्करी के मामले से खुफिया विभाग हरकत में आ गई है.
जानकारी के अनुसार लखीमपुर खीरी गौरीफंटा बॉर्डर से सटे नेपाल के शहर धनगढ़ी में नेपाली पुलिस ने एक भारतीय नागरिक के पास से 18 लाख 27 हजार रुपए की नेपाली मुद्रा बरामद की है. इतनी बड़ी मात्रा में नेपाली पैसा भारतीय नागरिक के पास कैसे आया, इसकी जानकारी नेपाली पुलिस कर रही है. पुलिस युवक से पूछताछ करने में जुटी है. वहीं नेपाल बॉर्डर पर भारी मात्रा में पैसे बरामद होने के बाद भारतीय सुरक्षा व्यवस्था भी सतर्क हो गई है.
महराजगंज बॉर्डर पर भी एसएसबी ने किया था 17 लाख बरामद- नेपाल के महराजगंज के सोनौली बॉर्डर पर इसी महीने के 15 दिसंबर को एसएसबी ने दो तस्करों को पकड़ा था. रिपोर्ट के अनुसार भारत-नेपाल के सोनौली सीमा के पगडंडी मार्ग डंडा हेड के पास नेपाल जा रहे एक बाइक पर सवार दो लोगों के पास एसएसबी ने करीब 17 लाख नेपाली मुद्रा बरामद किया था. मुद्रा बरामदगी के बाद पुलिस ने दोनों तस्करों से पूछताछ कर जेल भेज दिया था.
नेपाली करेंसी खपाने की साजिश- नेपाल सीमा पर सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों की मानें तो चुनाव के समय नेपाली रुपये की तस्करी बढ़ जाती है. इसके पीछे की बड़ी वजह नेपाली मुद्रा के भारतीय मुद्रा से कम वैल्यू होने को बताया जाता है. नेपाली करेंसी आसानी बॉर्डर इलाके में उपलब्ध हो जाती है. साथ ही ये इलाके नेपाल बॉर्डर से सटे इलाके मतदाताओं के बीच आसानी से खपा दिया जाता है.
बिहार चुनाव के वक्त बरामद हुआ था करेंसी- इससे पहले बिहार चुनाव के वक्त भी काफी मात्रा में नेपाली करेंसी बरामद हुआ था. इलेक्शन कमीशन की टीम ने बिहार में विधानसभा चुनाव के वक्त बॉर्डर इलाके से करीब 34 लाख रुपये बरामद किया था. बता दें कि बिहार की तरह यूपी के भी कई जिले बॉर्डर से सटे हुए हैं.
गोरखपुर के बॉर्डर पर सीसीटीवी लगाने की तैयारी- नेपाल से सटे सबसे भीड़-भाड़ वाले गोरखपुर बॉर्डर पर चुनाव से पहले सीसीटीवी लगाने की तैयारी की जा रही है. अमूमन अंतर्राष्ट्रीय और अंतर्राज्यीय सीमाओं से सटे नाकों और मार्गों पर बाकायदा बैरियर लगाकर पुलिस पिकेट तैनात की जाती है, लेकिन इस बार गोरखपुर बॉर्डर पर पहली बार सीसीटीवी लगाया जाएगा, इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है.
Report: Avinish Mishra