जिले में सभी 16 प्रखंड के 1485 सरकारी स्कूलों में यूनिसेफ की सहयोगी संस्था लीड्स मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार सर्वेक्षण कार्य करेगा. इसमें वन, टू व थ्री स्टार प्राप्त विद्यालयों को अपग्रेड कर चार एवं पांच स्टार लायक बनाया जायेगा. इसके लिए स्कूलों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, शौचालय की साफ-सफाई, विद्यार्थियों को साबुन से हाथ धोने की आदत बनाना, रख-रखाव, संचालन व विद्यार्थियों के व्यवहार परिवर्तन और उसके क्षमता का विकास को मापदंड बनाया गया है.
सभी श्रेणियां के लिए अलग-अलग अंक निर्धारित किया गया है. जैसे पेयजल में एक विद्यालय को 22 अंक मिलेंगे. शौचालय में 28, साबुन से हाथ धोने की आदत में 20, संचालन एवं रख-रखाव में 15 एवं व्यवहार परिवर्तन और क्षमता के निर्माण में 15 मिलाकर कुल 100 अंक मिलेगा. इसमें 90 से 100 अंक पाने वाले विद्यालय को फाइब स्टार, 75 से 89 अंक पाने वाले विद्यालय को फोर स्टार, 51 से 74 अंक पाने वाले विद्यालय को थ्री स्टार स्टार, 50 से 36 अंक पाने वाले विद्यालय को टू एवं 35 से नीचे अंक प्राप्त करने वाले विद्यालय को वन स्टार की श्रेणी में रखा गया है.
मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए कुल 39 मानक निर्धारित हैं. विद्यालयों में विद्यालय विकास मद से 10 प्रतिशत राशि स्वच्छता पर खर्च किया जायेगा. इसके लिए यूनिसेफ की सहयोगी संस्था लीड्स के कार्यकर्ता लगातार विद्यालयों का भ्रमण कर उन्हें तकनीकी सहयोग देने का कार्य करेंगे. वहीं बाल-संसद के व्यवहार परिवर्तन पर भी कार्य किया जायेगा. इससेे विद्यालय स्वच्छता में बेहतर स्थान एवं अंक प्राप्त कर सकेंगे.
विद्यालयों को बेहतर बनाने के लिए बीआरपी-सीआरपी एवं शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया है. सभी प्रशिक्षणार्थी स्कूलों के रख-रखाव अौर बेहतर बनाने में अपना सहयोग प्रदान करेंगे.
स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग झारखंड सरकार के साथ यूनिसेफ की सहयोगी संस्था लीड्स सरकारी स्कूलों को सभी क्षेत्रों में बेहतर बनाने के लिए कार्य कर रही है. हजारीबाग में मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार अभियान को बेहतर बनाया जायेगा.
रितेश कुमार, जिला समन्वयक यूनिसेफ के सहयोगी संस्था लीड्स, हजारीबाग