कोरोना वायरस ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है, दुनिया में पाबंदियों का दौर फिर से लौटना शुरू हो गया है. लेकिन कहते हैं ना प्यार पर पाबंदियां नहीं लगाईं जा सकती हैं. दरअसल इन्हीं पाबंदियों की वजह से एक जोड़े की शादी टल गई. लेकिन उन्हें एकदूजे का होने से ना तो कोरोना रोक सका, न पाबंदियां और न ही सात समंदर पार की दूरियां. दूल्हे ने हाईकोर्ट का रुख किया और ऑनलाइन शादी कराने की मांग की. जिसके बाद केरल हाईकोर्ट ने ऑनलाइन शादी कराने के आदेश दिए.
दरअसल 25 साल की वकील रिंटू थॉमस और उनके मंगेतर अनंथ कृष्णन हरिकुमारन नायर एक माह पहले ही शादी करने का फैसला लिया था. नायर यूके में उच्च शिक्षा ले रहे हैं. उन्होंने 22 दिसंबर को भारत आने के लिए 22 दिसंबर की टिकट ली थी. उस वक्त उन्हें यह अंदाजा नहीं था कि कोरोना उनकी इस योजना में रोड़ा अटकाएगा. शादी 23 दिसंबर को होने वाली थी. लेकिन इस बीच कोरोना के नए वैरिएंट ने संक्रमण फिर बढ़ा दिया और नायर यात्रा नहीं कर सकें. जिसके बाद रिंटू थॉमस ने हाईकोर्ट का रुख किया. उन्होंने कोर्ट से मांग की राज्य सरकार और तिरुवनंतपुरम के मालेखिजू स्थित सब रजिस्ट्रार कार्यालय के मैरेज ऑफिसर को ऑनलाइन शादी कराने की मांग की.
वहीं, कोर्ट ने थॉमस की याचिका में कहा गया कि उन्होंने स्पेशल मैरेज एक्ट के तहत शादी के 30 दिन पहले नोटिस भी दिया. वहीं,याचिका पर सुनवाई करते हुए जज ने कहा कि ‘महामारी के दौरान मैरेज ऑफिसर के सामने शादी के लिए अगर व्यक्ति उपस्थित नहीं हो सकता है तो हाईकोर्ट ऑनलाइन शादी की इजाजत देता है. कोर्ट की तरफ से राहत मिलने के साथ ही जोड़े की ऑनलाइन शादी के लिए मैरेज ऑफिसर को तय तारीख औऱ समय में करने के निर्देश जारी किए.