आरके डीएफ विश्वविद्यालय रांची में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया. भारतीय विश्वविद्यालयों के संघ के सहयोग से ‘बहुविषयक अनुसंधान में हालिया नवाचार’विषय पर परिचर्चा की गई. मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्री पी०एम प्रसाद सीएम डी सीसीएल रांची थे. इन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि किसी भी राष्ट्र की प्रगति विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शिक्षा और अनुसंधान में हुई निरंतर वृद्धि पर निर्भर करती है. इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए हमारा अनुसंधान अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होना चाहिए.
विशिष्ट अतिथि श्री उमेश प्रसाद साह जीएम बीएस एन एल रांची, इन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि भारतीय शिक्षा और अनुसंधान की प्रमुख कमजोरी भारतीय अनुसंधान में विश्वविद्यालयों द्वारा हिस्सेदारी का अपेक्षाकृत बहुत कम होना है.
आरकेडीएफ विश्वविद्यालय रांची के कुलपति डॉ एस चटर्जी के द्वारा स्वागत भाषण दिया गया. संबोधन वक्तव्य डॉ सविता सेंगर कुलपति झारखंड राय विश्वविद्यालय द्वारा दिया गया.
मुख्य वक्ता अध्यक्ष प्रो डॉ मनु के वोरा अध्यक्ष बिजनेस एक्सीलेंस आईएनसी,आईयू उपस्थित थे. प्रो डॉ नोएल स्काट सनसाईन सीईओ विश्वविद्यालय इन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि छात्रों को विशेषज्ञता के लिए व्यापक बहु विषयक परिप्रेक्ष्य रखने में सक्षम बनाना आवश्यक है.
मुख्य वक्ता डॉ अमरेंद्र पाणी संयुक्त निदेशक और अनुसंधान प्रभाग के प्रमुख एआईयू नई दिल्ली उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा अभी विकसित अर्थव्यवस्था की पहचान है.
इस अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में देश विदेश के 400 से भी अधिक शोधार्थियों ने हिस्सा लिया अपना आलेख प्रस्तुत किया. इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आरकेडीएफ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ साधना कपूर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ बीएन सिंह, प्रबंध निदेशक मिस्टर सिद्धार्थ कपूर, आरकेडीएफ विश्वविद्यालय रांची के कुलसचिव डॉ अमित कुमार पांडे, शैक्षणिक निर्देशिका डॉ अनिता कुमारी, परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर कुमकुम ख्वास, कला एवं मानविकी संकाय अध्यक्ष डॉ शीतल टोपनो, अभि यांत्रिकी संकाय अध्यक्ष डॉ राजीव रंजन, प्रबंधन संकाय अध्यक्ष डॉ सोम नाथ रॉय, सराय प्रबंधक डॉ पंकज चटर्जी, जैव प्रौद्योगिकी संकाय अध्यक्ष डॉक्टर स्नेहा पांडे, विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापक प्राध्यापिका वृंद, इस संगोष्ठी में सम्मिलित हुए.