Pro Kabaddi League 2021-22: भारत के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक प्रो कबड्डी लीग के आठवें सीजन की शुरुआत आज से हो रही है. लीग में भाग लेने वाले सभी 12 टीमों के खिलाड़ी मैदान में उतरने के लिए बेताब हैं. लीग का आगाज पूर्व चैंपियन यू मुंबा और बेंगलुरु बुल्स के मैच से होगा, जबकि दिन के दूसरे मुकाबले में तेलुगु टाइटंस का सामना तमिल थलाइवाज से होगा. बता दें कि कोरोना की वजह से प्रो कबड्डी लीग दो साल बाद आयोजित किय जा रहा है. कोरोना प्रकोप के चलते इस बार टूर्नामेंट बंदिशों के साथ आयोजित होगा. इस लीग में 12 टीमों के बीच ग्रुप स्टेज में 66 मैच खेले जाएंगे.
कबड्डी बेशक भारतीय खेल माना जाता है पर इसमें तमाम विदेशी खिलाड़ी भी प्रतिभा दिखाते हैं. प्रो कबड्डी लीग में भारत के अलावा पूरी दुनिया के कबड्डी प्लेयर्स हिस्सा लेते हैं. प्रो कबड्डी लीग में इस बार 22 विदेशी खिलाड़ी शामिल किए गए हैं. अगर हम बात करें तो ईरान, श्रीलंका और कोरिया के प्लेयर्स प्रमुख तौर पर लीग में खेलते हैं. आइए हम जानते हैं उन विदेशी खिलाड़ियों के बारें में जिन्होंने इस टूर्नामेंट में अपना जलवा दिखाया है.
ईरान के फजल अत्राचली पीकेएल इतिहास के सबसे सफल और लोकप्रिय विदेशी खिलाड़ी हैं. उन्होंने प्रो कबड्डी लीग में काफी सफलता हासिल की है. यू-मुम्बा के कप्तान के तौर पर उन्होंने सबको काफी प्रभावित किया है और वो ना केवल पीकेएल बल्कि दुनिया के दिग्गज डिफेंडर्स में से एक हैं.
अबोजार मिघानी एक बेहतरीन डिफेंडर हैं. राइट कॉर्नर में वो किसी भी टीम के लिए काफी उपयोगी साबित होते हैं. अपने डेब्यू में वो पांचवें सबसे बेस्ट डिफेंडर थे. तेलुगु टाइटंस और बंगाल वॉरियर्स की तरफ से खेलते हुए उनका परफॉर्मेंस काबिलेतारीफ रहा है.
ईरान के खिलाड़ियों के अलावा अगर किसी और देश के विदेशी प्लेयर ने प्रो कबड्डी लीग में अपना वर्चस्व स्थापित किया है तो वो कोरिया के रेडर जांग कुन ली हैं. वो पीकेएल इतिहास के सबसे सफल विदेशी रेडर हैं. कुन ली पटना पाइरेट्स की टीम का अहम हिस्सा हैं.
दबंग दिल्ली की तरफ से खेलते हुए मिराज शेख ने अपनी स्किल से काफी प्रभावित किया था. मिराज शेख अहम मौकों पर बोनस के अलावा टच प्वॉइंट भी लेकर आते थे. उन्होंने 2017 में टीम की कप्तानी भी की. प्रो कबड्डी लीग का सीजन पांच मिराज के लिए सबसे सफल सीजन था