रांची : झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (जेपीडीए) ने 21 दिसंबर को रांची सहित पूरे झारखंड में पेट्रोल पंप बंद रखने का निर्णय लिया है. एसोसिएशन डीजल पर वैट की दरों को कम करने और सरकारी बकाया राशि के भुगतान की मांग कर रहा है.
कल यानी कि रविवार को बिरसा चौक स्थित इंद्रप्रस्थ पेट्रोल पंप पर जेपीडीए और साउथ छोटानागपुर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने विरोध प्रदर्शन किया. उनके हाथों में 21 दिसंबर को नो परचेज, नो सेल की तख्तियां थी. एसोसियेशन के अध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि 13 से 20 दिसंबर, 2021 तक झारखंड के पेट्रोल पंपों पर जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है. अब तक हमारी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. 21 दिसंबर को पंप नहीं खुलेंगे.
सदस्यों का यह भी कहना है कि पड़ोसी राज्यों ने डीजल पर टैक्स कम कर दिया है. इसी कारण राज्य में डीजल की बिक्री पर व्यापक असर पड़ा है. झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने राज्य सरकार से आगामी 5 जनवरी, 2022 तक उनकी मांगों पर विचार करने की मोहलत दी है. एसोसिएशन ने यह भी कहा है कि सरकार अगर डीज़ल पर वैट कम करती भी है, तो इससे राजस्व बढ़ेगा. लेकिन अगर राजस्व घटता है तो एसोसिएशन इसकी भरपाई करेगा.
एसोसिएशन के अध्यक्ष के मुताबिक झारखंड में हर दिन लगभग 21.42 लाख लीटर पेट्रोल और 37.37 लाख लीटर डीजल की बिक्री होती है. ऐसे में इस हड़ताल से राज्य सरकार को राजस्व के रूप में लगभग 10.5 करोड़ रुपये का नुकसान होगा.
Posted By : Sameer Oraon