सिखों के सबसे पवित्र स्थलों में से एक अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में शनिवार को हुई अजीबोगरीब घटना ने सबको आश्चर्यचकित कर दिया है. इधर पंजाब चुनाव से ठीक पहले हुई इस घटना पर धार्मिक और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं लगातार आ रही है. जिससे इस मामले में सियासत एक बार फिर गरमा गई है. पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले घटी इस घटना का हर कोई निंदा तो कर ही रहा है साथ ही इसके पीछे गहरी साजिश की आशंका भी जताई जा रही है.
शनिवार को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में दरबार साहिब में रेहरास साहिब पाठ के दौरान एक शख्स जबरन आराधना स्थल पहुंचा. खबरों की मानें तो शख्स रेलिंग फांद कर अंदर गया और कथित तौर पर गुरु ग्रंथ साहिब जी के सामने रखी तलवार को पकड़ने की कोशिश की. जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़ा. बाद में उसे एसजीपीसी की टास्क फोर्स को सौंपा गया लेकिन भीड़ ने उसकी लिंचिंग कर दी और उसकी मौत हो गई. युवक की उम्र 24 से 25 के बीच बताई जा रही है. एजेंसी के रिपोर्ट के अनुसार युवक यूपी का रहने वाला था.
वहीं, पंजाब के अमृतसर में कथित बेअदबी के प्रयास में एक युवक की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले के कुछ घंटे बाद राज्य के कपूरथला में भी एक युवक की पिटाई एक गुरुद्वारे में निशान साहिब का अपमान करने के आरोप में कर दी गई. जानकारी के अनुसार गुरुद्वारे के कार्यवाहक अमरजीत सिंह ने एक वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड किया है जिसमें कपूरथला जिले के निजामपुर में निशान साहिब की बेअदबी करने के आरोप में एक शख्स की पिटाई गुस्साए ग्रामीणों ने कर दी है. पिटाई का वीडियो भी बनाया गया.
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वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब के गर्भगृह में श्री रेहरास साहिब के पाठ के दौरान श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के प्रयास जैसे दुर्भाग्य पूर्ण और जघन्य कृत्य की निंदा करता हूं. इस मामले के जांच के आदेश दे दिए गए हैं. मुख्यमंत्री ने घटना के साजिशकर्ता और मंशा का पता लगाने के आदेश पुलिस अधिकारियों को दिए हैं.
वहीं, पंजाब के प्रमुख विपक्षी पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने भी घटना की कड़ी निंदा करते हुए घटना को असहनीय बताया है. साथ ही सत्तापक्ष को जल्द से जल्द कार्रवाई करने मांग की है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी की प्रमुख नेता हरसिमरत कौर ने कहा कि मैं राज्य और केंद्र सरकार से पूरी घटना की जांच की अपील करती हूं. अपराधी के पास कोई आईडी प्रूफ नहीं मिलना गहरी साजिश का संकेत देता है. उन्होंने सत्तापक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि अगर 24 घंटे के भीतर इसकी जांच नहीं करती है तो सुखजिंदर सिंह रंधावा को राज्य के गृह मंत्री के रुप में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.
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आम आदमी पार्टी ने साजिश बताते हुए घटना पर दुख जताया है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटना को लेकर कहा कि इस घटना से लोग सदमे में हैं, यह बहुत बड़ी साजिश हो सकती है, दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले. वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि इस घटना की जांच सीबीआई को करनी चाहिए. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि सीएम चन्नी मामले को तुरंत सीबीआई को सौंपे जिससे सच्चाई का पता चल सके.