ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह को सुंदरता और भौतिक सुख-सुविधाओं का कारक ग्रह माना गया है. सुन्दरता और सुख का कारक यह ग्रह जातकों के जीवन में प्रेम, परिष्कार और प्रशंसा लेकर आने के लिए जाना जाता है. काल पुरुष कुंडली के अनुसार विवाह, संघ, और मारकेश के सातवें भाव पर शुक्र ग्रह का ही शासन होता है.
मेष राशि: पेशेवर जीवन के लिहाज़ से यह समय ज्यादा अनुकूल नहीं कहा जा सकता है. इस दौरान कार्यक्षेत्र में आप अपने ऊपर काम का ज्यादा दबाव महसूस कर सकते हैं.
वृषभ राशि: यदि लंबे समय से आप किसी आध्यात्मिक जगह पर घूमने जाने की योजना बना रहे थे तो वक्री शुक्र की यह अवधि आपके लिए अनुकूल साबित हो सकती है और आप इस दौरान किसी आध्यात्मिक जगह पर घूमने जाने में सफल हो सकते हैं.
मिथुन राशि: शुक्र की यह वक्री अवस्था मिथुन राशि के जातकों के लिए अनुकूल रहने वाली है. इस दौरान आप अपनी मानसिक क्षमताओं में उन्नति का अनुभव करेंगे.
कर्क राशि: प्रेम के लिहाज से कर्क राशि के जातकों के लिए भी यह समय अवधि बेहद ही शानदार साबित होगी. प्रबल संभावना बन रही है कि इस समय इस राशि के सिंगल जातकों के जीवन में प्रेम की दस्तक हो. मुमकिन है कि यह दस्तक किसी ऐसे व्यक्ति से हो जो अतीत में आपके साथ कहीं ना कहीं टकरा चुका हो.
सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों के लिए यह समय कुछ ज्यादा अनुकूल नहीं रहने वाला है. इस दौरान आप अपनी नौकरी में बेचैनी और असंतोष की भावना से घिरे रहने वाले हैं. ऐसे में मुमकिन है कि आप कुछ बीते हुए अवसरों को खंगाले और उनमें नया अवसर ढूंढने का प्रयास करें.
कन्या राशि: कन्या राशि के जातकों के लिए प्रेम के संदर्भ में यह समय अनुकूल रहेगा. इस समय आपको दिल की सुनने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान आपका कोई टूटा हुआ रिश्ता वापस से जुड़ने की कगार पर नजर आएगा.
तुला राशि: तुला राशि के जातकों के लिए यह समय शुभ रहने वाला है. आप इस समय अवधि में अपनी पुरानी कार पर थोड़े पैसे निवेश करके उसे नया लुक दे सकते हैं.
वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह समय अवधि काफी अनुकूल रहने वाली है. इस दौरान आप का ज्यादा झुकाव रचनात्मक चीजों की तरफ देखने को मिलेगा.
धनु राशि: धनु राशि के जातकों को इस समय अवधि में ज्यादा सतर्क और सावधान रहने की सलाह दी जाती है. क्योंकि प्रबल आशंका है कि इस दौरान आपको अपने किसी पिछले यानी अतीत में किए गए निवेश से नुकसान उठाना पड़ सकता है.
मकर राशि: मकर राशि के जातकों के लिए भी यह समय अवधि ज्यादा अनुकूल नहीं कही जा सकती है क्योंकि इस दौरान आप स्वभाव में बेहद ही संवेदनशील और आत्म केंद्रित रहने वाले हैं.
कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातकों के लिए यह गोचर कुछ खर्चे लेकर के आएगा. अर्थात इस समय अवधि में आप अपने घर को नया लुक देने के लिए और घर में डिजाइनर चीज़ों को शामिल करने के लिए कुछ खर्च कर सकते हैं.
मीन राशि: मीन राशि के जातकों के लिए यह समय सावधानी पूर्वक चलने का है. आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से आप को विशेष रूप से सावधान रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान आप की कमाई बहुत ज्यादा स्थिर नहीं रहने वाली है इसीलिए किसी भी तरह से सट्टा या फिर शॉर्ट टर्म निवेश करने से बचने की आपको सलाह पहले ही दी जा रही है.
शुक्र ग्रह के मार्गी (सीधी) होने में यानि एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में लगभग 23 से 25 दिनों का समय लगता है. शुक्र ग्रह बुध ग्रह की तरह जल्दी-जल्दी वक्री नहीं होता है. यह आमतौर में 1.5 साल में एक ही बार वक्री गति में आता है. शुक्र ग्रह वक्री गति में शक्ति प्राप्त करता है इसीलिए इसके परिणाम भी वक्री गति के दौरान ज्यादा शक्तिशाली और तीव्र होते हैं.
शुक्र ग्रह 19 दिसंबर 2021 को वक्री हो रहा है. समय की बात करें तो शाम 04 बजकर 32 मिनट पर वक्री होगा और फिर 30 दिसंबर 2021 तक मकर राशि में इस गति में रहेगा. यह इसी गति में वापस धनु राशि में आ जाएगा. इसके बाद नए साल में 29 जनवरी 2022 को धनु राशि में अपनी गति बदलकर मार्गी हो जाएगा. यानी कि इस दौरान शुक्र की वक्री गति की अवधि 41 दिनों की रहने वाली है.
संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष एवं रत्न विशेषज्ञ
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