Punjab Elections 2022: चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections 2022) को लेकर सियासी दलों ने कमर कसनी शुरू कर दी है. 2022 में होने वाले चुनाव (Punjab Assembly Elections) को देखते हुए राजनीतिक दल जोर शोर से प्रचार में जुटे हैं. राजनीतिक दल ज्यादा से ज्यादा लोगों को रिझाने में जुटे हैं.इसी कड़ी में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) आमने सामने हैं. दोनों नेताओं के बीच ट्वीटर (War in Twitter) पर जंग छिड़ी है. दोनों ओर से आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है.
सिद्धू ने केजरीवाल पर किया पलटवारः पंजाब कांग्रेस के मुखिया नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि, पंजाब मॉडल व्यापक शोध पर बना है. सिद्धू ने कहा कि, आपके जैसे खोखले वादों और अनुमानों पर नहीं. इधर केजरीवाल के एक ट्वीट का जवाब देते हुए सिद्धू ने कहा कि, रेत खनन में 20 हजार करोड़ नहीं, 2 हजार करोड़ की क्षमता है. जबकि शराब में 30 हजार करोड़ की संभावना है. जिसका आपने दिल्ली में निजीकरण किया.
Punjab Model is built on extensive research, not on empty promises & estimates like yours. Sand Mining has potential of 2000 crore, not 20,000 crore. While there's 30,000 crore potential in liquor, which you privatised in Delhi & gave a free run to likes of Deep Malhotra & Chadha https://t.co/arNUeXh4gf
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) December 18, 2021
सीएम केजरीवाल ने लगाए थे ये आरोपः इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा था कि, अख़बार और टीवी वालों ने आपके सीएम के हल्के में रेत चोरी पकड़ी है. उनका कहना है सीएम के रेत माफिया से संबंध है. केजरीवाल ने कहा कि, पूरे मामले में सीएम कोई एक्शन नहीं ले रहे है. बादल जी और कैप्टन साहिब दोनों इस पर चुप हैं. आप भी चुप हैं. क्यों? CM से लेकर नीचे तक रेत चोरी हो रहा है. इसे रोकेंगे तो 20 हज़ार करोड़ रुपए आ जाएंगे.
गौरतलब है कि पंजाब में विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस आमने सामने हैं.नवजोत सिंह सिद्धू और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बीच ट्विटर पर वॉर छिड़ा हुआ है. जाहिर है दिल्ली के बाद पंजाब में जमीन तलाश रही आम आदमी पार्टी अपनी चुवाव जीतने की कोशिश में जी-जान से जुटी है. खुद सीएम केजरीवाल प्रचार करने में लगे हैं. जाहिर है इस बार पंजाब विधानसभा चुनाव में कड़ा मुकाबला हो सकता है. क्योंकि चुनाव में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, कैप्टन अमरिंदर सिंह और बीजेपी गठबंधन के अलावा अकाली दल के बीच चौतरफा मुकाबला देखने को मिल सकता है.
Posted by: Pritish Sahay