भारत में एक दशक पहले आधार लॉन्च किया गया था, अब तक कुल 131 करोड़ आधार कार्ड जारी किए जा चुके हैं. यह जानकारी यूआईडीएआई के सीईओ सुभाष गर्ग ने दी.
सुभाष गर्ग ने कहा कि आधार की वजह से सरकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंद और पात्र लोगों को मिल रहा है. आधार की वजह से फर्जीवाड़ा कर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने वाले लाभार्थियों को सिस्टम से बाहर कर दिया गया है.
We launched Aadhar a decade ago in India. A total of 131Crs Aadhar cards have been issued so far. Aadhar has thrown Ghost beneficiaries out of the system. Govt has saved Rs 2.25 lakh crores by Direct Benefit Transfers (DBT) to the genuine beneficiaries: Saurabh Garg, CEO, UIDAI pic.twitter.com/0zu4qxti8T
— ANI (@ANI) December 16, 2021
आधार की वजह से सरकार ने वास्तविक लाभार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) कर 2.25 लाख करोड़ रुपये की बचत की है. अभी केंद्र सरकार की 300 और राज्य सरकार की 400 योजनाओं को आधार से जोड़ा गया है.
केंद्र सरकार की 300 और राज्य सरकार की 400 योजनाओं को आधार से जोड़ा गया है. वहीं आधार में 99.7 प्रतिशत वयस्क आबादी का नामांकन किया गया है. हम यह कोशिश कर रहे हैं कि नवजात शिशुओं का नामांकन करना है. हमारी सुरक्षा प्रणालियां विश्वस्तरीय हैं.
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना किसान सम्मान निधि का पैसा भी आधार के जरिये ही दिया जाता है. किसान सम्मान निधि में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आधार की जरूरत होती है और रजिस्ट्रेशन के बाद लाभुकों के एकाउंट में पैसा सीधे आ जाता है.
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भारत में आधार की शुरुआत 28 जनवरी 2009 में हुई थी. पहला यूआईडीएआई नंबर सितंबर 2010 में महाराष्ट्र के एक व्यक्ति को दिया गया था. अबतक देश में कुल 131 करोड़ आधार कार्ड जारी किए जा चुके हैं.
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