Jharkhand News: लातेहार पुलिस ने आपराधिक संगठन झारखंड क्रांति मोर्चा के सभी सात सदस्यों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. अब इस संगठन का सफाया हो चुका है. पिछले एक माह से इस संगठन के द्वारा लातेहार जिले के विभिन्न ईंट भठ्ठा मालिकों, संवेदकों व व्यवसायियों से रंगदारी की मांग की जा रही थी. पुलिस ने गुप्त सूचना पर इन्हें गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने प्रेस कांफ्रेंस कर ये जानकारी दी.
लातेहार के पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि इस संगठन के सदस्य लातेहार में किसी घटना को अंजाम देने के लिए आ रहे हैं. सूचना के सत्यापन के बाद 13 दिसंबर को पतकी जंगल के पास एक मोटरसाइकिल पर सवार दो वर्दीधारियों को रोका गया. पूछे जाने पर उन्होंने अपना नाम शंकर राम उर्फ सौरव तथा जहीना खातून उर्फ हसीना खातून व उर्फ हसीना बताया. जब उनकी तलाशी ली गयी तो उनके पास से लोडेड देसी कट्टा, गोली, नक्सली पर्चा व मोबाइल बरामद किया गया. उनकी निशानदेही पर मनिका थाना के कोपे गांव से पांच अन्य अपराधी उपेंद्र राम उर्फ ओमप्रकाश, विकास कुमार उर्फ मोनू कुमार, प्रदीप पाल, अमीत कुमार तथा समीर लकड़ा को गिरफ्तार किया गया. उनके पास से तीन लोडेड कट्टा, 315 बोर की आठ गोली, हस्तलिखित पर्चा, नौ मोबाइल व एक मोटरसाइकिल बरामद किया गया है. प्रेस वार्ता में अभियान पुलिस अधीक्षक विपुल पांडेय, एसडीपीओ संतोष कुमार मिश्रा व पुलिस निरीक्षक अमीत गुप्ता शामिल थे.
एसपी श्री अंजन ने बताया कि गिरफ्तार शंकर राम गिरोह का मुख्य सरगना है. वह पूर्व में माओवादी व जेजेमएपी उग्रवादी संगठन के लिए काम कर चुका है और जेल भी जा चुका है. विकास कुमार हुसैनाबाद थाना में दर्ज आर्म्स एक्ट के मामले में जेल जा चुका है. उपेंद्र राम पूर्व में टीपीसी का सक्रिय सदस्य रह चुका है. उपेंद्र राम पर लातेहार थाना में कांड संख्या 314/2021 दर्ज है. शंकर राम पर मनिका थाना कांड संख्या 29/2008 दर्ज है. इस छापामारी अभियान में पुलिस निरीक्षक सह थानेदार अमीत कुमार गुप्ता, बबलू कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक अजय कुमार दास, धमेंद्र सिंह सरदार, प्रदीप राय, सहायक अवर निरीक्षक धर्मेश प्रसाद लिंबू, राकेश निर्मल बेग के अलावा महिला आरक्षी व सैट वन के जवान शामिल थे.
रिपोर्ट: आशीष टैगोर