Christmas Countdown: झारखंड के गुमला जिला अंतर्गत सिसई प्रखंड स्थित संत पात्रिक कैथोलिक चर्च, रोशनपुर वर्तमान समय में उच्च शिक्षा और इसाई धर्म के विकास के लिए जाना जाता है. इसाई समुदाय में रोशनपुर पारिस का एक अलग ही महता है. इसकी स्थापना फादर पात्रिक मिंज द्वारा 1970 ईस्वी में सिसई मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर पिलखी मोड़ रोशनपुर में एनएच-43 के किनारे किया गया.
रोशनपुर पारिस को गुमला, ममरला व दिघिया पारिस के देहातों पारिस से मिला कर बनाया गया है. शुरुआत में पारिस में रविवार को चर्च होता था. इसके बाद धर्म गुरुओं के द्वारा क्षेत्र में धर्म का प्रचार प्रसार किया जाता था. 1971 में पारिस को शिक्षण संस्थान के रूप में विकसित करते हुए मीडिल स्कूल की स्थापना कर शिक्षण कार्य शुरू किया गया.
चर्च के पल्ली पुरोहित फादर अगस्तुस कुजूर ने बताया कि छात्र-छात्राओं की संख्या अधिक होने के कारण 1976 में पटना धर्मप्रांत से पवित्र हृदय की धर्मबहनें आयी, जो फादरों को शिक्षण कार्य में सहायता करती हैं. 1980 में संत जेवियर हाई स्कूल की स्थापना किया गया. स्थापना काल से अब तक फादर मारकुस किंडो, फादर फिलिप तिर्की, फादर जोन एक्का, फादर इग्नेशियस खलखो, फादर अमृत तिर्की, फादर पौलिंस टोप्पो ने अपना अहम योगदान दिया.
पारिस द्वारा धार्मिक उत्थान के साथ मीडिल व हाई स्कूल के माध्यम से शिक्षण देकर बालक बालिकाओं के मानसिक व शारीरिक विकास का कार्य किया जा रहा है. इस पारिस के स्कूलों से शिक्षा प्राप्त कर सभी समुदाय के हजारों बच्चे देश के विभिन क्षेत्रों में सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं में सेवा दे रहे हैं. वर्तमान में मीडिल स्कूल में 650 विद्यार्थी और उच्च विद्यालय में 400 से अधिक बच्चे पढ़ाई करते हैं.
मध्य विद्यालय, रोशनपुर के हेडमास्टर फादर अमृत तिर्की ने बताया कि हाई स्कूल के एचएम फादर विजय सुरीन हैं. 1976 में पुरोहितों की सहायता के लिए पटना धर्मप्रांत से पवित्र हृदय की धर्म बहनें रोशनपुर पारिस आयी जो स्कूल के छात्र-छात्राओं की सर्वांगीण विकास के लिए अपनी सेवा दे रही हैं. वहीं, 1996 में बसिया रोड में इंडियन मिशनरी पुरोहितों ने आश्रम की स्थापना की. जहां समय-समय पर सर्वधर्म सम्मेलन का आयोजन किया जाता है. वर्तमान में संत मेरिज इंग्लिश मीडियम उच्च विद्यालय का संचालन कर 500 से अधिक बच्चों को शिक्षा दिया जा रहा है.
रिपोर्ट: प्रफुल भगत, सिसई, गुमला.