घाघरा प्रखंड में दीरगांव पंचायत है. यह घोर नक्सल प्रभावित है. जंगल व पहाड़ों से घिरा गांव है. इस पंचायत के कई गांवों तक जाने के लिए सड़क नहीं है. इसलिए हर साल ग्रामीण कच्ची सड़क की श्रमदान से मरम्मत करते हैं. ताकि उस सड़क से आवागमन कर सके. ग्रामीणों ने बताया कि एक माह पहले श्रमदान से सड़क की मरम्मत की थी.
इस दौरान रास्ते पर पड़नेवाले कुछ पेड़ उखड़ गया. परंतु, अब वन विभाग जंगल से पेड़ काटने का आरोप लगा कर ग्रामीणों पर केस करने की योजना बनायी है. ग्रामीणों ने कहा है कि हमलोगों ने जंगल से पेड़ नहीं काटा है. बल्कि रास्ते में पड़े दो-चार पेड़ ही काटा गया है. परंतु बेवजह के ग्रामीणों पर केस करना गलत है. ग्रामीणों ने इस मामले में डीएफओ श्रीकांत से न्याय की गुहार लगायी और कुछ पेड़ कटने के मामले में समझौता कराने की मांग की है.
मंगलवार को 50 किमी की दूरी तय कर सैकड़ों ग्रामीण गुमला आये थे. डीएफओ को ज्ञापन सौंपा है. ग्रामीणों ने ज्ञापन में कहा है कि सलामी से चांदगो गांव तक श्रमदान करके सड़क बनाने एवं साफ-सफाई की गयी है. जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर सुदूरवर्ती संसाधन विहीन दीरगांव पंचायत के ग्रामीणों द्वारा वन विभाग एवं अन्य विभाग से सड़क निर्माण कार्य नहीं होने के कारण खुद सड़क की मरम्मत की. ताकि दुर्घटना को रोकी जा सके. श्रमदान कर सलामी से चांदगो तक पथ निर्माण का कार्य किया गया है. लेकिन हमें पता चला है कि दीरगांव पंचायत के कुछ लोगों पर वन विभाग की ओर से प्राथमिकी दर्ज करने की बात चल रही है.
ग्रामीणों ने इस पर विचार-विमर्श करके मामले की सुलह करने की मांग की है. ज्ञापन सौंपनेवालों में अमरदीप उरांव, अमन कुमार, सतन दास, मदन मोहन कुमार, अनिल सिंह, रामप्रसाद साय, बिंदु लोहरा, देवेंद्र बड़ाइक, ए टोप्पो, आनंद, अरविंद, जगरनाथ, मरमदीप उरांव, छोटू भगत, निरू, रंजीत उरांव, छोटन उरांव, अनूप उरांव, विजय उरांव, फूलचंद खड़िया, नुन्नु महली, जगत मुंडा, विष्णु चिक बड़ाइक, कार्तिक खड़िया, भुनेश्वर भगत, ईश्वर खड़िया, मदनमोहन दास, जगमोहन, जितवाहन खेरवार, प्रताप बड़ाइक, आर उरांव, रामनंद खेरवार, सोमारी खड़िया, विनोद भगत, जगदीश मुंडा, पाचो देवी, ढको देवी, बुधमनिया देवी, सावित्री देवी, बसंती देवी, सतैन देवी, उर्मिला देवी, शांति देवी, पुष्पा खड़ियाइन, चरवा खड़िया, रामु खड़िया, महली खड़िया, संपति कुमारी, सुदर्शन खड़िया, रतिया खड़िया, प्रतिभा खड़िया, तिलक खड़िया, महावीर उरांव, उदय उरांव, सुखैर देवी के नाम शामिल है.