Bihar Weather: पूरे राजय में जाड़े के मौसम में भी हल्की ठंड का एहसास हो रहा है. करीब 28 साल बाद दिसंबर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान औसत से दो -चार डिग्री अधिक बना हुआ है. इसकी वजह से ठंड गायब है. कमोबेश यह स्थिति पिछले एक हफ्ते से बनी हुई है. बिहार में अधिकतम औसत तापमान 27 से 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 15 से 19 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है.
अधिकतम और न्यूनतम तापमान में अंतर 12 से 14 डिग्री सेल्सियस के बीच है. यह बढ़ा हुआ अंतर ही मौसम को गर्म बना रहा है. पछूआ के चलते ही बिहार सहित गंगा के समूचे मैदान में ठंड पड़ती है. दरअसल पछूया, पश्चिमी विक्षोभ के पीछे-पीछे बिहार तक आती है. यही विक्षोभ(पछूया आंधी) इस साल अभी तक केवल एक बार ही आया है.
दूसरी बार इसके 10 दिसंबर को बिहार तक पहुंचने का पूर्वानुमान है. साधारण तौर पर नवंबर से दिसंबर प्रथम सप्ताह तक करीब छह बार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो जाता है. विक्षोभ भारत में पश्चिम से प्रवेश करता है. इसिलए इसे पश्चिमी विक्षोभ कहा जाता है. इसके चलते नमी बारिश अथवा बर्फ में बदल जाती है.
गर्म मौसम का असर
-
फसलों का अंकुरण प्रभावित हो सकता है. इस दौर में सिंचाई की जानी चाहिए. साथ ही ऐसी फसल जिसमे फल आ चुके होते है, उसकी परिपक्वता पर भी असर संभव है.
-
अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच अंतर अधिक रहने से भोजन पचने में दिक्कत आती है. इससे शरीर में समुचित मात्रा में ऊर्जा नहीं बन पाती है. तापमान में अधिक अंतर होने से रक्त प्रवाह, सांसो व हॉमोनल संतुलन भी प्रभावित होता है.
Posted by: Radheshyam Kushwaha