स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिन पांच पॉजिटिव मरीजों के सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग जांच के लिए आइजीआइएमएस पटना भेजा गया है, उनमें से एक हथुआ के तुलसिया मर्चेंट नेवी का कर्मी है. विदेश यात्रा से लौटने के बाद आठ नवंबर को जांच हुई, इसमें संक्रमित पाया गया. कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने पूरे परिवार के सदस्यों की जांच करायी. जिसमें मर्चेंट नेवी के कर्मी की पत्नी भी पॉजिटिव पायी गयी.
इसके बाद उचकागांव के खास और सोनी माझा समेत अन्य इलाकों में संक्रमित मरीज पाए गए. स्वास्थ्य विभाग के सीडीओ व कोरोना के नोडल पदाधिकारी डॉ कैप्टन एसके झा ने बताया कि कोरोना से पॉजिटिव पाए जाने के बाद दोबारा उनका सैंपल नहीं लिया गया. पहले से रिजर्व रखे गए सैंपल को ही जिनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए पटना भेजा गया. सीडीओ के अनुसार सरकार ने बीते एक दिसंबर को निर्देश जारी किया था, जिससे हाल के दिनों में पॉजिटिव पाए गए मरीजों के सैंपल की जांच कराने के लिए सैंपल आईजीआईएमएस पटना भेजा गया.
हर पॉजिटिव के वेरिएंट की होगी जांच
स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना पॉजिटिव मरीजों के वेरिएंट की जांच कराने का निर्देश दिया गया है. जिनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए सभी संक्रमित मरीजों के सैंपल को भेजा जाएगा. जिन्होंने सीक्वेंसिंग की जांच आईजीआईएमएस पटना में हो रही है. गोपालगंज से अब तक पांच संक्रमित मरीजों के सैंपल को वेरिएंट जांच के लिए पटना भेजा गया है.
हर रोज पांच हजार लोगों की जांच
स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर रोज पांच हजार लोगों की कोविड जांच की जा रही है. इनमें से आरटीपीसीआर ट्रूनेट एंटीजन कीट शामिल है. रविवार को 2249 लोगों की आरटीपीसीआर और 2783 लोगों की एंटीजन किट से जांच की गयी.
Posted by: Radheshyam Kushwaha