कोरोनावायरस के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन की दस्तक के बाद देशभर में सर्तकता बढ़ा दी गई है. विदेश से लौटने वाले यात्रियों पर विशेष निगरानी जरुरी है लेकिन बिहार आए इनमें अधिकतर लोगों की लापरवाही स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बना हुआ है.
हाल में ही केंद्र सरकार ने विदेश से पटना लौटने वाले 500 से अधिक यात्रियों की सूची बिहार सरकार को सौंपी. स्वास्थ्य विभाग ने इस सूची में शामिल लोगों से संपर्क साधना शुरू किया. 200 से अधिक यात्रियों का सैंपल जांच के लिए लिया जा चुका है. लेकिन बड़ी तादाद में अभी भी ऐसे यात्री बचे हुए हैं जिनसे संपर्क ही नहीं किया जा सका है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 18 नवंबर से 6 दिसंबर तक विदेशों से केवल मुजफ्फरपुर आने वाले लोगों की संख्या अब 532 हो चुकी है. जिसमें करीब 385 लोग अभी भी ट्रेसलेस हैं. औराई का रहने वाला एक पूरा परिवार ही कलकत्ता में जांच के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाया गया. यह परिवार 29 नवंबर को कुआलालंपुर से आया था.
वहीं विदेशों से बिहार लौटने वाले कई ऐसे यात्री हैं जिनका उपलब्ध फोन नंबर ही नहीं लग रहा. वहीं बड़ी संख्या में ऐसे भी यात्री सामने आए हैं जिन्हें फोन करने के बाद जानकारी मिली कि वो पटना में उपलब्ध नहीं हैं. जबकि 200 से अधिक यात्रियों का सैंपल भी लिया गया जिसकी जांच हो रही है. वहीं दुबई से पटना आए दो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए जिसके बाद और अधिक हड़कंप मचा हुआ है. अगर अभी सतर्कता नहीं बरती गयी तो ये भारी पड़ सकती है.
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नये वेरिएंट को लेकर सूबे में अलर्ट है. स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को अलर्ट किया है. जिलों को निर्देश दिया गया है कि विदेश से लौटने वाले हर व्यक्ति की जांच सुनिश्चित की जाए. बता दें कि विदेश से लौटने वाले यात्री देश के विभिन्न एयरपोर्ट से राज्य में आ रहे हैं. ऐसे लोगों की ट्रैकिंग और टेस्टिंग अगर नहीं की गई तो बड़ी समस्या पैदा हो सकती है.
Published By: Thakur Shaktilochan