सासाराम के जिला भू अर्जन पदाधिकारी राजेश कुमार गुप्ता की पत्नी के लाकर में निगरानी अधिकारियों को 47 लाख से अधिक रुपयों के जेवरात मिले हैं. राजेश गुप्ता की पत्नी अमिता रानी गुप्ता के नाम से पटना के बोरिंग रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया में लॉकर है, जिसकी शनिवार को तलाशी ली गयी. निगरानी की टीम वहां मिले गहनों को देख हैरान रह गयी.
इस लॉकर में सोने की 29 अंगूठियां, 25 कान के झुमके, तीन नेकलेस, चार चेन, एक गिल्ली, 14 सिक्के और तीन बिस्कुट पाये गये. सोने की इन जेवरातों का वजन लगभग एक किलो आंका गया. इसके साथ ही लगभग 750 ग्राम चांदी के अलग-अलग आभूषण भी जब्त किये गये हैं. निगरानी ब्यूरो के मुताबिक जब्त सभी जेवरातों की वर्तमान कीमत 47,36,519 (सैतालीस लाख छत्तीस हजार पांच सौ उन्नीस रुपये) आंकी गयी है.
मालूम हो कि 27 नवंबर को राजेश गुप्ता के सासाराम, पटना और फारबिसगंज में निगरानी ब्यूरो की तलाशी के क्रम में 21,83,670 रुपये नकद और एक किलो 458 ग्राम सोने के जेवरात बरामद किये गये थे. निगरानी सूत्रों ने बताया कि राजेश गुप्ता के सासाराम स्थित एक्सिस बैंक के लॉकर की तलाशी अभी बाकी है. राजेश गुप्ता के यहां छापेमारी में 90.11 लाख रुपये की अवैध संपत्ति की जानकारी मिली थी. उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा भी दर्ज हुआ है. राजेश गुप्ता के पटना में छह फ्लैट, पूर्णिया में चार बिगहा जमीन, रांची में 55 हजार वर्गफुट जमीन और उस पर बने मकान, विभिन्न शहरों में जमीन के 39 डीड भी बरामद हुए थे.
भ्रष्ट लोक सेवकों में सबसे बड़े धनकुबेर हैं डीसीएलआर
अब तक निगरानी ब्यूरो ने जितने लोकसेवकों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस किया है, उनमें सबसे बड़े धनकुबेर राजेश कुमार गुप्ता ही निकले हैं. इनके पास जितनी अवैध संपत्ति मिली है, वह अन्य सभी लोकसेवकों के पास मिली अवैध संपत्ति की तुलना में काफी ज्यादा है. इनके पास जितनी जमीन और फ्लैट के रूप में मिली अचल संपत्ति है, वह काफी ज्यादा और संबंधित शहरों में प्राइम लोकेशन पर मौजूद हैं. अब तक उनके पास बरामद जमीन-जायदाद का अगर बाजार मूल्य निकालें, तो सभी जमीन और फ्लैट की कीमत 50 करोड़ रुपये से ज्यादा होगी.
Posted by: Radheshyam Kushwaha