मुजफ्फरपुर में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद रोशनी गंवाने वाले नौ पीड़ितों को शुक्रवार को एसकेएमसीएच से आइजीआइएमएस पटना लाया गया और यहां क्षेत्रीय नेत्र संस्थान में भर्ती कराया गया. इनमे से तीन मरीजों- अजीमा खातून, मो जुमराती मियां और भगवती देवी की आंखों का रात तक ऑपरेशन चला. इनमे से एक मरीज की आंख में हैदराबाद से कॉर्निया मंगवा कर ट्रांसप्लांट किया गया.
आइजीआइएमएस ने इन मरीजों के इलाज केलिए हैदराबाद से चार कॉर्निया मंगवायी है. वही, एक मरीज का टिशु लेकर उसकी ग्राफ्टिंग की गयी है. इसमे टिशु प्रत्यारोपण हुआ है. तीसरे मरीज की रेिटना की जिटल सर्जरी की गयी. विटरेक्टोमी नाम की इस जटिल सर्जरी कर डॉकटरों ने उसकी आंख की रोशनी को बचाने की कोशिश की है.
इन तीनों मरीजों की सर्जरी क्षेत्रीय नेत्र संस्थान के प्रमुख डॉ विभूति पी सिन्हा के नेतृत्व में हुई. इसमे विभाग के डॉ नीलेश मोहन, डॉ अभिषेक आनंद, डॉ राखी व डॉ शिवानी सिन्हा शामिल थी. वही छह मरीजों को अधिक गुणवत्ता वाली एंटीबायोटिक दवाएं दी गयी है, ताकि उनकी आंखों का संक्रमण खत्म हो. डॉक्टर दवा देकर उनका फॉलोअप कर रहे है.
Posted by: Radheshyam Kushwaha