पटना. मुजफ्फरपुर में डॉक्टरों की भारी लापरवाही से आंख की रोशनी गंवानेवाले मरीजों का अब बिहार सरकार मुफ्त में इलाज करायेगी. सरकार के इस फैसले से पीड़ित मरीजों के परिजनों को थोड़ी राहत मिली है.
बिहार सरकार ने कहा है कि उन सभी 15 मरीजों का जिनकी आंखों की रौशनी चली गयी है, इलाज आइजीआइएमएस में मुफ्त करवाया जायेगा. इसको लेकर अस्पताल प्रबंधन ने सभी तैयारी पूरी कर ली है.
आइजीआइएमएस में इन मरीजों के लिए अलग से एक डॉक्टरों की कमेटी का गठन किया गया है. आइजीआइएमएस के अधीक्षक डॉ मनीष मंडल ने बताया कि शुक्रवार को सभी मरीजों को पटना पहुंचना है, अब तक नौ मरीज पहुंचे हैं. उनका इलाज शुरू हो गया है.
सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर ने बताया कि 4 डॉक्टर समेत कुल 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है. हर हाल में दोषियों को सजा मिलेगी
इधर, शीतकालीन सत्र के दौरान में मुजफ्फरपुर में डॉक्टरों की लापरवाही से 16 लोगों की आंख निकाले जाने का मामला उठाया गया. इस मुद्दे को विपक्ष ने विधान परिषद में भी उठाया था.
विपक्ष ने पीड़ित मरीजों के लिए आर्थिक मदद और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी. बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी कार्रवाई की मांग की थी और सरकार से पीड़ितों को आर्थिक मदद और उनके परिवार के सदस्यों को नौकरी देने की भी मांग की थी.
बीते 22 नवंबर डॉक्टर ने मुजफ्फरपुर में 65 मरीजों का ऑपरेशन किया गया था, जिनमें से 26 मरीजों को आंख गंवानी पड़ सकती है.
Posted by Ashish Jha