कन्नौज पुलिस द्वारा फेसबुक पर बुआ-बबुआ पेज बनाने के मामले में मार्क जुकरबर्ग के खिलाफ केस दर्ज करने पर कोर्ट ने फटकार लगाई है. दरअसल, कोर्ट ने अपने फैसले को गलत व्याख्या कर मार्क जुकरबर्ग के खिलाफ केस दर्ज करने पर कन्नौज के ठठिया थाने को फटकार लगाई है. वहीं कोर्ट की फटकार के बाद एसपी ने मामले की जांच की बात कही है.
रिपोर्ट के मुताबिक कन्नौज सीजेएम कोर्ट ने अमित यादव की दायर याचिका पर 18 नवंबर को फैसला सुनाते हुए कहा था कि इस मामले में अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कर जांच की जाए. बताया जा रहा है कि कोर्ट के आदेश को दरकिनार करते हुए कानपुर के ठठिया थाना प्रभारी ने मार्क जुकरबर्ग का नाम भी एफआईआर में डाल दिया, जिसके बाद कोर्ट ने फटकार लगाई है.
इधर, घटना सामने आने के बाद कन्नौज के एसपी प्रशांत वर्मा ने मीडिया से कहा है कि इस प्रकरण की पूरी जानकारी अभी ली जा रही है. आगे कानूनी राय लेने के बाद की कार्रवाई की जाएगी. वहीं मामले में थाना प्रभारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
क्या है पूरा मामला- बताते चलें कि फेसबुक पर बुआ और बबुआ नामक एक पेज बना है, जिसपर अखिलेश यादव और मायावती के बारे में कॉमेंट और मीम्स डाले जाते हैं. वहीं एक मीम्स को लेकर ठठिया निवासी अमित यादव ने कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी. यादव का कहना था कि इस मीम्स से लाखों सपा समर्थकों में आक्रोश है और इस पेज द्वारा भावनाओं को भड़काया जाता है.