तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद अब किसान एमएसपी कानून सहित दूसरे मांगों पर आंदोलन जारी रखने का फैसला लिया है. इधर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पीएम से मुलाकात के बाद एमएसपी कानून को असंभव बताया है. नई दिल्ली में पीएम से मुलाकात के बाद खट्टर ने कहा कि एमएसपी पर कानून बनाना संभव नहीं लग रहा है. एक्सपर्ट मानते हैं कि इसके बाद सरकार पर सभी फसलें खरीदने का दबाव आएगा जो संभव नहीं है. इधर संयुक्त किसान मोर्चा ने आज 12 बजे एक अहम बैठक बुलाई है. इसमें एमएसपी कानून पर आगे का प्लान बनाया जा सकता है.
पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान खट्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री से किसानों के कानूनों पर चर्चा हुई है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चिंता कर रहे थे कि किसानों को वापस जाना चाहिए. सीएम ने कहा कि उम्मीद है कि संसद में कृषि कानूनों को वापस लेने के साथ ही किसान वापस चले जाएंगे. विशेषज्ञों के अनुसार एमएसपी पर कानून बनाना संभव नहीं लग रहा. सरकार पर सारी फसलें खरीदने का दबाव आएगा जो संभव नहीं है.
विपक्ष अंधेरे में तीर मार रहा है
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि हरियाणा में एक दर्जन फसलों को एमएसपी पर खरीदा जाता है. वहीं, उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास कोई पुख्ता जानकारी है तो हमें बताएं उसको जांच के दायरे में लाएंगे. विपक्ष को अंधेरे में तीर मारने की कोई जरुरत नहीं है.
आज संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक
संयुक्त किसान मोर्चा ने आज अहम बैठक होगी. इस बैठक में 9 सदस्यीय समिति के लोग शामिल होंगे. इस बैठक में एमएसपी कानून की मांग पर प्लान के साथ साथ आखिरी रोडमैप बन सकता है. बता दें कि एमएसपी कानून की मांग को लेकर किसान 29 नवंबर को पूरी दिल्ली में चक्का जाम करने की तैयारी कर रहे हैं. किसान अब एमएसपी पर कानून की गारंटी की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर किसानों का आंदोलन जारी है.