NEET Fraud: नीट व अन्य पतियोगिता परीक्षाओं में सेटिंग करने वाले सॉल्वर गैग के सरगना पीके उर्फ नीलेश को लेकर वाराणसी क्राइम ब्रांच की पुलिस पटना पहुंच गयी है. पुलिस को नीलेश से पूछताछ में तीन ऐसे लोगों के नामों की जानकारी मिली है, जो सेटिंग करने से लेकर उम्मीदवारों से रकम वसूलने में अहम भूमिका निभाते थे. इन तीनों को पकड़ने के लिए वाराणसी पुलिस ने पटना पुलिस के सहयोग से दीघा, दानापुर व अगमकुआं इलाके में गुरुवार को छापेमारी की. इसमे एक डॉक्टर भी शामिल है. हालांकि, आरोपितों के पकड़े जाने की सूचना नहीं है. सूत्रों के अनुसार नीलेश की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही गैग के सभी सदस्य भूमिगत हो गये है.
बहनोई के साथ पकड़ा गया था पीके
वाराणसी क्राइम ब्रांच की पुलिस ने पीके उर्फ नीलेश को उसके बहनोई रितेश के साथ सारनाथ से गिरफ्तार किया था. 12 सितंबर को वाराणसी में नीट परीक्षा के दौरान त्रिपुरा निवासी अभ्यार्थी हिना विश्वास की जगह पर परीक्षा दे रही अगमकुआं निवासी जूली को पकड़ा गया था.
जूली बीएचयू में बीडीएस द्वतीय वर्ष की छात्रा थी. इस मामले में उसकी मां और भाई को भी गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद यह खुलासा हुआ था कि पूरे गैग का मास्टरमाइंड पीके उर्फ नीलेश है. इसके बाद वाराणसी पुलिस ने केजीएमयू में एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र ओसामा शाहिद को भी पकड़ लिया था.
गलती से पीजी हॉस्टल चले गये थे पुलिसकर्मी
पटना. वाराणसी पुलिस ने पटना एम्स के साथ ही कई मेडिकल संस्थानों के छात्रों के संबंध मे जांच करने के लिए गयी थी. हालांकि एम्स के निदेशक डॉ पीके सिंह का कहना है कि वाराणसी पुलिस को मॉरच्यरी की ओर जाना था, लेकिन वे लोग पीजी हॉस्टल की ओर गलती से चले गये.
Posted by: Radheshyam Kushwaha