वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मुख्य द्वार की अवस्थिति, इसका आकार-प्रकार और इसके आसपास निर्मित व स्थित चीजें आपके जीवन के कई महत्वपूर्ण पहलुओं को प्रभावित करती हैं.
देवी-देवताओं के चिह्न लगाएं
घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए मेन गेट पर ओम, श्री गणेश या मां लक्ष्मी के चरण चिन्ह और शुभ लाभ का प्रतीक चिन्ह लगाना चाहिए. ऐसा करने से घर में सकारात्मक शक्तियों का वास बना रहता है.
हमेशा अंदर की ओर खुलना चाहिए मुख्य दरवाजा
घर का मुख्य दरवाजा हमेशा अंदर की ओर खुलना चाहिए. दरवाजा बाहर की ओर खुलना शुभ नहीं होता. इससे पॉजिटिव ऊर्जा का आगमन रुकता है. घर की आर्थिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ने के साथ खर्च बढ़ते हैं.
द्वार की ऊंचाई ना हो ज्यादा
द्वार की ऊंचाई जरुरत से अधिक न रखें. सामन्यतया इसकी ऊंचाई घर के कंपाउंड वॉल के बराबर या उससे कम होनी चाहिए.
घर के मुख्य द्वार पर ना लगाएं मनी प्लांट
बहुत से लोग सजावट के लिए मनी प्लांट के पौधे को घर के बाहर यानी मुख्य द्वार पर रख देते हैं. ऐसा करना वास्तु के हिसाब से ठीक नहीं माना जाता है क्योंकि मनी प्लांट को धन का पौधा माना जाता है और इसे मुख्य द्वार पर रखने से सबकी नजर इस पर पड़ती है. जिससे घर का धन व्यर्थ के कामों में नष्ट होने लगता है.
मेन गेट पर लगाएं स्वास्तिक
वास्तु के अनुसार नहाने के बाद रोज घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाना चाहिए. ऐसा करने से घर के सदस्यों से बीमारी दूर रहती है.
रंगों का चुनाव
जिस दिशा में मुख्य द्वार स्थित है, उसी दिशा के अनुसार इसका रंग भी निर्धारित किया जा सकता है. किसी प्रकार के अनिर्णय की स्थिति में आप इस पर ऑफ-वाइट या क्रीम कलर भी करवा सकते हैं.