पटना. भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सुरेंद्र प्रताप सिंह से पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति का प्रभार वापस ले लिया गया है. अब उनकी जगह प्रोफेसर आरके सिंह को अगले 3 वर्षों के लिए पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया गया है. वहीं प्रो. संजॉय कुमार को नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी का प्रो वीसी नियुक्त किया गया है. राजभवन ने इस संदर्भ में अधिसूचना जारी कर दी है.
बताया जाता है कि पिछले दो दिनों से भ्रष्टाचार को लेकर राजभवन पर हो रहे हमले के बाद राज्यपाल फागू चौहान ने इस मामले में बैठक की और यह फैसला लिया. बैठक में सीएम नीतीश कुमार भी शामिल रहे. मालूम हो कि लनामिविवि के कुलपति प्रो सुरेन्द्र प्रताप सिंह पर गलत ढंग से टेंडर देने और टेंडर में बंदरबांट का आरोप लगा है.
प्रो सुरेन्द्र प्रताप यह आरोप मौलाना मजहरुल हक़ अरबी फारसी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो मो कुद्दुस ने लगाया है. मौलाना मजहरुल हक़ अरबी फारसी यूनिवर्सिटी के प्रभारी कुलपति रहने के दौरान प्रो सुरेन्द्र प्रताप सिंह पर गलत ढंग से टेंडर देने और टेंडर में बंदरबांट का आरोप लगा है.
कुद्दुस के पत्र के मीडिया में आने के बाद राज्यपाल फागू चौहान को अचानक से दिल्ली तलब किया गया है. कहा जा रहा है कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय और मगध विश्वविद्यालय के कुलपति पर भ्रष्टाचार के लगे आरोप को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय गंभीर है.
Posted by Ashish Jha