सिमडेगा : उपायुक्त सुशांत गौरव ने जनता दरबार ग्रामीणों की समस्याओं से रूबरू होकर समस्याओं का निराकरण करने की कार्रवाई की. जनता दरबार में 83 वर्ष की बुजुर्ग महिला बिरसमनी देवी ने उपायुक्त को आवेदन देकर सहारा बैंक से रुपये वापस दिलाने की गुहार लगायी. महिला ने बताया कि 29 सितंबर 2014 को चालीस हजार रुपये फिक्स की थी. जो कि छह वर्ष बाद 80 हजार हो गया है.
लेकिन पेपर जमा करने के एक वर्ष बाद भी बैंक द्वारा रुपसे नहीं दिये जा रहे हैं. इस मामले में उपायुक्त ने अनुमंडल पदाधिकारी को प्राथमिकता के आधार पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया. जनता दरबार में कुल 18 मामले उपायुक्त के सामने आये. जमीन संबंधी मामलों का निराकरण नहीं होने पर बरदानी जोजो व प्रबल मिंज ने उपायुक्त को आवेदन दिया.
उपायुक्त ने सदर अंचलाधिकारी को जमीन से संबंधित मामले पर त्वरित कार्य करने का निर्देश दिया. प्रबल मिंज के मामले में अनुमंडल पदाधिकारी को जांच कार्रवाई का निर्देश दिया. जलडेगा अंचलाधिकारी को भूमि सीमांकन के मामले पर त्वरित कार्रवाई कर 27 नवंबर तक रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया गया. सरिता समद ने कोविड-19 से हुई मां के मृत्यु उपरांत सरकार के द्वारा मिलने वाले लाभ दिलाने की मांग की.
उपायुक्त ने डीएसडब्लूओ, डीसीपीओ को कोविड के मद्देनजर मिलनेवाली योजना का लाभ गाइडलाइन के अनुरूप उपलब्ध कराने की बातें कही. कोलेबिरा के रजनी उराईन ने अपनी पुत्री लक्ष्मी कुमारी का नवोदय विद्यालय में नामांकन कराने को लेकर प्रमाण पत्र बनाने में हो रही समस्या से उपायुक्त को अवगत कराया. उपायुक्त ने अंचलाधिकारी कोलेबिरा को 25 नवंबर तक मामले का निष्पादन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.