India vs New Zealand T20 : न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले दो मैच जीतने के बावजूद कप्तान रोहित शर्मा अपने आक्रामक तेवर नहीं छोड़ेंगे लेकिन रविवार को तीसरे और आखिरी टी-20 मैच में रिजर्व खिलाड़ियों को मौका दिया जा सकता है. दुनिया भर में अनेक निजी लीगों के कारण द्विपक्षीय टी-20 सीरीजों की चमक कम हो रही है लेकिन विश्व कप में खराब प्रदर्शन के बाद इस सीरीज को जीतने से भारत के जख्मों पर मरहम लगेगा. दूसरी ओर विश्व कप सेमीफाइनल के बाद से दो सप्ताह के भीतर पांच मैच खेलने वाली न्यूजीलैंड टीम के लिए यह मैच औपचारिकता मात्र है.
कप्तान केन विलियमसन की गैर मौजूदगी के कारण 0-3 से हार के कगार पर पहुंची कीवी टीम का मानमर्दन तो हुआ होगा लेकिन द्विपक्षीय सीरीजों के नतीजे से उतना फर्क नहीं पड़ता. जयपुर और रांची में जीतने के बाद भारतीय टीम सीरीज अपने नाम कर चुकी है, लेकिन ‘क्लीन स्वीप’ के लिए ईडन से बेहतर जगह नहीं हो सकती. बता दें कि रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने पहले जयपुर और फिर रांची में कीवी टीम को मात देकर सीरीज पर कब्जा किया.
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कोच राहुल द्रविड़ को इस तरह की शानदार जीत के बाद नयी भूमिका में ढलने में मदद मिलेगी. इसके एक सप्ताह के भीतर ही न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज शुरू होने वाली है. रोहित और द्रविड़ अब रिजर्व खिलाड़ियों को मौका देकर परखना चाहेंगे. छठे गेंदबाज को चुनने की दशा में वेंकटेश अय्यर से गेंदबाजी करायी जा सकती है चूंकि हुगली नदी से उठने वाली हवाओं से उन्हें अतिरिक्त स्विंग मिलेगी. रूतुराज गायकवाड़, आवेश खान और ईशान किशन उम्मीद कर रहे होंगे कि कप्तान उन्हें इस मैच में मौका देंगे.