पटना. बिहार के डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों ने उदयपुर व जयपुर समेत अन्य स्थानों पर जाकर डेस्टिनेशन वेडिंग आयोजित की है. ये कोई आम शादी समारोह ने नहीं, बल्कि करोड़ों रुपये खर्च करके अपने बच्चों या किसी परिजनों के लिए शाही अंदाज में शादी का आयोजन कराया है.
इसमें दिलचस्प बात यह है कि इन सभी शादियों में जो रुपये खर्च किये गये हैं, वे तकरीबन सभी ब्लैकमनी हैं. यानी इस तरह की डेस्टिनेशन वेडिंग कराने वाले अधिकतर व्यक्तियों ने हवाला के माध्यम से ही ये रुपये डेस्टिनेशन प्लानर को ट्रांसफर किये हैं. आयकर विभाग ऐसे सभी लोगों और इनसे जुड़े मामलों की गहन तफ्तीश करने में जुट गया है.
आयकर विभाग ने 27 अक्तूबर को अमहारा कंस्ट्रक्शन कंपनी के छह शहरों में एक दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी. यह कार्रवाई लगातार तीन दिनों तक चली थी. इस दौरान उनके पास से जब्त दस्तावेजों में एक अहम जानकारी मिली थी कि 17 से 19 नवंबर तक अमहारा कंस्ट्रक्शन के मालिक राकेश कुमार सिंह के बेटे की डेस्टिनेशन वेडिंग की व्यवस्था उदयपुर के लीला पैलेस होटल में की गयी है.
इस आलीशान शादी के लिए उदयपुर के एक विशेष डेस्टिनेशन प्लानर नीरज कालरा को हवाला के माध्यम से करीब चार करोड़ रुपये ट्रांसफर किये गये थे. इसे मामले को लेकर पटना से आयकर विभाग की विशेष टीम ने उदयपुर जाकर वहां के आयकर विभाग के अधिकारियों के साथ नीरज के दो ठिकानों पर रेड की थी. इस रेड के दौरान बड़ी संख्या में संवेदनशील दस्तावेज मिले थे. इनकी जांच करने के बाद अमहारा कंस्ट्रक्शन के मालिक राकेश कुमार सिंह के बेटे के अलावा भी बिहार के करीब एक दर्जन से ज्यादा लोगों के बारे में जानकारी हाथ लगी.
इन लोगों ने भी इस तरह की डेस्टिनेशन वेडिंग प्लान करायी थी. इन्होंने भी पैसे का ट्रांसफर हवाला के जरिये ही किया था. ब्लैकमनी का उपयोग करके ही राजस्थान के कई शहरों में शाही शादी करने वाले बिहार के ऐसे लोगों की समुचित जांच के बाद आयकर विभाग इनसे पूछताछ कर सकता है या नोटिस भी भेज सकता है.
यह तो सिर्फ एक डेस्टिनेशन वेडिंग प्लानर से जुड़ा डाटा मिला है. बिहार से राजस्थान के कई शहरों समेत अन्य राज्यों के शहरों में भी जाकर बड़े स्तर पर शादी रचाने का यह चलन तेजी से बढ़ता जा रहा है. इनमें से अधिकतर शादियों में ब्लैकमनी का ही उपयोग होता है. आयकर विभाग ऐसे सभी मामलों की भी जांच करने में जुटा हुआ है.
Posted by Ashish Jha